नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के भारत को आत्मनिर्भर बनाने के ‘वोकल फॉर लोकल’ (Local for Vocal) की गई अपील को देश के आध्यात्मिक गुरु का बड़े पैमाने पर समर्थन मिला है। संत समाज ने पीएम की इस अपील का काफी जोरदार समर्थन किया है। प्रधानमंत्री ने कल सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जैन आचार्य श्री विजय वल्लभ सुरीश्वर जी महाराज की 151वीं जयंती समारोह के मौके पर ‘स्टैच्यू ऑफ पीस’ के अनावरण के दौरान इस तरह का आह्वान किया था। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि जैसे भक्ति आंदोलन ने स्वतंत्रता संग्राम को आधार प्रदान किया था। उसी तरह आज आत्मनिर्भर भारत को संतों, महात्माओं, महंतों और देश के आचार्यों की ओर समर्थन दिया जाए।
इस पर श्रीश्री रविशंकर ने समर्थन करते हुए कहा कि उनके संगठन के युवा वर्ग ने एक ऐप विकसित किया है और दैनिक जीवन में वस्तुओं के इस्तेमाल में आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को दोहराया जा रहा है।
भारत को सभी दिशाओं से #आत्मनिर्भर बनाने के लिए तथा आर्थिक व सांस्कृतिक लूट से बचाने के लिए #पतंजलि संस्था व हमारे करोड़ों समर्थक संकल्पित हैं, हम सभी महापुरुषों से भी संपर्क करके इस स्वदेशी आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए पूर्ण पुरुषार्थ करके इसे मूर्तरूप देंगे।#आत्मनिर्भर_भारत https://t.co/WrAGEpjCk5
— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) November 16, 2020
बाबा रामदेव और जग्गी वासुदेव भी साथ योग गुरू बाबा रामदेव ने भी पतंजलि पीठ और अपने अनुयायियों की ओर से आत्मनिर्भर भारत के महान कार्य के प्रति अपना संकल्प व्यक्त किया है। उन्होंने अन्य आध्यात्मिक गुरुओं के साथ संपर्क करने की पेशकश करते हुए सभी को ‘वोकल फॉर लोकल’ मंच पर एकसाथ लाने की बात कही है। जबकि सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने प्रधानमंत्री के आह्वान के समर्थन में ट्वीट करते हुए कहा “आत्मनिर्भरता एक ऐसी मौलिक ताकत है, जो एक मजबूत एवं स्थायी राष्ट्र के लिए बहुत जरूरी है। हमें देश के राष्ट्रीय ताने-बाने को लचीला बनाना है और इसमें अलगाव की भावना नहीं होनी चाहिए और यही विश्व के लिए महत्वपूर्ण है, जो केवल देश के नागरिक वर्ग की प्रतिबद्धता से ही संभव है।”