न्यूज वेबसाइट खबरचीबंदर.कॉम (Khabarchibandar.com) की औपचारिक शुरुआत मंगलवार (24 नवंबर) शाम को वर्चुअल तरीके से हुई। उद्घाटन माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केजी सुरेश ने की। इस दौरान ‘कोरोना काल में डिजिटल मीडिया: योगदान और भविष्य’ नामक विषय पर परिचर्चा का आयोजन भी हुआ। परिचर्चा के दौरान प्रोफेसर केजी सुरेश ने कहा कि कोरोना काल के दौरान डिजिटल मीडिया ने निश्चित तौर पर अन्य मीडिया के विकल्पों पर प्रभाव डाला है। लेकिन इसका कतई मतलब नहीं है कि मीडिया के अन्य माध्यम पूरी तरह बंद हो जाएंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मीडिया के अन्य माध्यमों को अपने आपको फिर से रिइनवेंट करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सकारात्मक विचार के साथ आउट ऑफ बॉक्स सोचना औऱ समाज के हर वर्ग के लिए उपयोगी खबरों को बिना किसी विचार के रखना इस माध्यम को और भी महत्वपूर्ण बनाए रख सकता है। उन्होंने खबरों की कंटेंट में विश्वसनियता और स्थानीय खबरों को महत्वपूर्ण स्थान देने की बात भी कही। इसके अलावा श्री सुरेश ने डिजिटल मीडिया के इस दौर में एक प्रोपर आर्थिक मॉडल के आधार पर न्यूज वेबसाइट को कैसे लंबे समय तक मार्केट में बनाए रखे इसपर भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने वेबसाइट के फाउंडर गोविंदा मिश्रा को इस पहल के लिए को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पहल तब पूरी तरह सफल मानी जाएगी जब यह लोगों की सोच बने। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के संस्थान तक सीमित रहने से बेहतर है कि संस्थान व्यक्ति से ऊपर रहे। इस दौरान उन्होंने कंटेट की अशुद्धियों पर विशेष तौर पर ध्यान रखने की सलाह भी दी।
डिजिटल मीडिया के स्वरुप और रेवेन्यू मॉडल पर रखे गए तथ्य
परिचर्चा को आगे बढ़ाते हुए सीएनबीसी आवाज और बाजार के मैनेजिंग एडिटर श्री शैलेंद्र भटनागर ने कोरोना काल के दौरान न्यू यॉर्क टाइम्स के बढ़े हुए रेवेन्यू पर संवाद के दौरान मौजूद लोगों का ध्यान आकर्षित कराया। इस दौरान उन्होंने फेसबुक और गूगल पर आम लोगों के बढ़ते प्रभाव के उपर भी ध्यान आकर्षित कराया। डिजिटल मीडिया के सफल आर्थिक मॉडल पर परिचर्चा को आगे बढ़ाते हुए श्री भटनागर ने कहा कि फिलहाल भारत में इस तरह के कई प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। लेकिन इस तरह का प्रयास कई बार सफल होता नहीं दिख रहा है। बाजार में कुछ ही प्लेयर्स सफल संचालन करने में कामयाब हुए हैं।
भारतीय मीडिया के एक पक्ष में होने पर हुई बात
कार्यक्रम में एक अन्य वक्ता लंदन के वरिष्ठ डॉक्टर और मेंबर ऑफ ब्रिटिश इंपायर श्री अशोक पाठक ने भारतीय मीडिया के एक पक्ष में बढ़ने और विचारों को प्रकट करने की बात कही। परिचर्चा के दौरान ललित कला अकादमी के पीआर हिमांशु डबराल ने कोरोना काल के दौरान डिजिटल माध्यमों के इस्तेमाल से सामाजिक हितों के लिए हुए सफल प्रयासों की जानकारी साझा की।
सीनियर पत्रकार ने अपने अनुभवों को किया साझा
इस दौरान मॉडरेटर केशव कुमार ने डिजिटल मीडिया के माध्यमों के सफल संचालन के लिए जरूरी टिप्स और सुझावों के अलावा अपने पत्रकारिता के फिल्ड के अनुभवों को साझा किया। खबरचीबंदर.कॉम के फाउंडर और मैनेजिंग एडिटर गोविंदा मिश्रा ने मीडिया को बताया कि न्यूज पोर्टल के माध्यम से विश्वसनीय खबरों को आम लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।