संवाददाता, नौहट्टा (रोहतास)। बिहार के रोहतास जिले से एक बड़ी खबर आ रही है। मिली जानकारी के अनुसार, कैमूर पहाड़ी के नौहट्टा प्रखंड के पिपरडीह पंचायत के चुनहट्टा गांव में दूषित पानी पीने से बीमार दो लोग बीमार पड़ गए थे। जिनकी मौत हो गई। जबकि करीब 60 लोग बीमार बताए जा रहे हैं। सभी बीमार मरीजों का इलाज निजी ह़ास्पिटलों में चल रहा है। बताया जा रहा है कि सभी मजदूर के तौर पर अपने परिवार के साथ वन विभाग की ओर से जंगल में पौधारोपण के लिए मिट्टी कोड़ने के काम में गए हुए थे। मृतकों में नौहट्टा प्रखंड के चुनहट्टा गांव निवासी नंदलाल उरांव के पुत्र रवि उरांव (12) और गोरखनाथ उरांव की पुत्री फूलमती कुमारी (13) शामिल हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद मृतकों के परिजनों का रो रोकर काफी बुरा हाल हो चुका है। इस संबंध में पिपरडीह पंचायत के मुखिया श्याम नारायण उरांव ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि चुनहट्टा गांव के लोग चेनारी थाना के पहाड़ी गांव चपरी के जंगल में गए थे। यहां वे पौधारोपण स्थल पर जमीन कोड़ाई कार्य में पिछले एक सप्ताह से काम कर रहे थे। जहां ये सभी काम करने के बाद साबीमार हो गए। यहां नदी का दूषित पानी पीने के कारण ये सभी लोग बीमार हो गए। जिसके बाद सभी अपने घर पर वापस आ गए।
दो बच्चों की डेहरी के जेम्स हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत
बताया जा रहा है कि मजदूरों के दो बच्चों की मौत डेहरी जेम्स हॉस्पिटल में इलाज के दौरान हो गई। जिनके नाम रवि उरांव और फूलमती कुमारी हैं। अन्य बीमारों का इलाज रोहतास जिले के डेहरी के अलावा कैमूर जिला मुख्यालय भभुआ और अधौरा के अलावा अन्य स्थानों पर चल रहा है। इस घटना की जानकारी मुखिया ने वन प्रमंडल पदाधिकारी और सिविल सर्जन को भी दे दी है।
इस संबंध में डीएफओ प्रद्युम्न गौरव ने मीडिया को बताया कि दो बच्चों की दूषित पानी पीने से मौत और बीमार लोगों के बारे में सूचना मिली है। जानकारी मिलने के बाद पीडि़त लोगों के इलाज के लिए आर्थिक सहायता रेंजर के माध्यम से दी गई है।