राम अवतार चौधरी, संवाददाता, डेहरी ऑन सोन (रोहतास) अब्दुल कयूम अंसारी नगर भवन की जर्जर हालत हो चुकी है। इसकी जानकारी शहरवासियों ने स्थानीय विधायक फतेबहादुर सिंह को देते हुए हस्तक्षेप की मांग की थी। जिसके बाद विधायक स्थानीय लोगों और आरजेडी कार्यकर्ताओं के साथ नगर भवन पहुंचे। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे। विधायक ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार सिंह के साथ भवन का निरीक्षण किया और भवन की साफ-सफाई एवं रखरखाव अपने स्तर से करने का निर्देश दिया।
अधिवक्ता अमरनाथ यादव ने बताया कि डेहरी शहर के शिवगंज और बालगोविंद बीघा के 2 वार्डों के बीचों बीच अवस्थित जहां अंग्रेजों के जमाने में पुरानी जीटी रोड पर अवस्थित जो विशाल सोन नदी के तट पर बना हुआ है। प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी व द्विराष्ट्र के प्रबल विरोधी रहे अब्दुल कयूम अंसारी के नाम पर समर्पित नगर भवन की स्थिति डेहरी अनुमंडल प्रशासन के उदासीनता के कारण समुचित देखरेख एवं रखरखाव के अभाव में बर्बादी के कगार पर आंसू बहा रहा है। इसके रखरखाव के लिए डेहरी अनुमंडल प्रशासन ने किसी को नियुक्त नहीं किए जाने से पंखा अर्जेस्ट फैन समरसेबल पंप लेट्रिन बाथरूम खिड़की व दरवाजे तोड़कर असामाजिक तत्वों द्वारा या तो चोरी कर लिए गए और जो बचा हुआ है उसको क्षतिग्रस्त कर दिए गए।
नगर भवन बना असामाजिक तत्व और जुआरियों का अड्डा
स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां आए दिन सुबह शाम असामाजिक तत्व के अलावा जुआरियों व शराबियों का अड्डा बन गया है। किसी भी शहर की पहचान में वहां की गौरवशाली इतिहास सांस्कृतिक व रचनात्मक गतिविधियां महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। पूर्व विधायक मोहम्मद इलियास हुसैन ने अपने विधायक निधि से लगभग एक करोड़ों की लागत से बनवाया था। इस नगर भवन का उद्घाटन 23 अक्टूबर 2003 को प्रदेश की मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की मौजूदगी में हुआ था। इस दौरान राजनीतिक दिग्गज मौजूद थे। जिनमें आरजेडी की दिग्गज नेता कांति सिंह, इलियास हुसैन, अब्दूल क्यूम अंसारी के बेटे और कांग्रेस के एमएलसी रहे खालिद अनवर अंसारी और मोहम्मद इलियास हुसैन मौजूद थे।
अनुमंडल प्रशासन की देखरेख में था नगर भवन
डेहरी अनुमंडल प्रशासन के देखरेख में नगर भवन कई वर्षों तक रहा। लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण इसकी स्थिति जर्जर होती गई। तत्कालीन विधायक इलियास हुसैन की पहल से साल 2014 /15 में इस भवन की मरम्मिति के लिए लगभग 21 लाख खर्च किए गए।
स्थानीय राजद विधायक फतेबहादुर सिंह ने इस धरोहर को बचाने के लिए गुरुवार सुबह जनप्रतिनिधियों एवं नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ इसका निरीक्षण किया। इस दौरान शिवगंज व बालगोविंद बीघा के लोगों ने इसके निर्माण के लिए पहल की अपील की। मौके पर नगर प्रबंधक मनोज कुमार भारती, जेई शनि कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता धनंजय यादव, अधिवक्ता अमरनाथ यादव, विधायक प्रतिनिधि विद्याधर विधार्थी, श्री भगवान सिंह, प्रकाश पासवान, असलम कुरैशी, धर्मदेव सिंह, शिवपुजन शास्त्री सहित अन्य लोग शामिल थे।
जानिए क्या कहते हैं शिवगंज निवासी वार्ड पार्षद प्रतिनिधि राजेंद्र चौधरी
वार्ड पार्षद प्रतिनिधि राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि नगर भवन में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। चौधरी ने प्रशासनिक अधिकारियों से इसकी देखरेख और सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह नगर भवन शहर की ही नहीं जिले का गौरव है। जबकि बालगोविंद बिगहा निवासी वीआईपी के नगर अध्यक्ष राजू चौधरी ने कहा है कि नगर भवन के निर्माण के बाद से ही आवाज गुंजने की समस्या थी। जो अभी भी बरकरार है। जबकि सामाजिक कार्यकर्ता जयनाथ वर्मा ने नगर भवन के रखरखाव के लिए प्रशासन से एक कमिटी गठित करने और कर्मचारी के नियुक्ति की मांग की है।
नगर परिषद के ईओ का यह है कहना
इस संबंध में नगर परिषद के ईओ सुशील कुमार सिंह ने बताया कि नगर भवन को हस्तांतरित करने के लिए पूर्व में एसडीएम के द्वारा जिला पदाधिकारी को पत्र लिखा गया है। उन्होंने बताया कि जिला पदाधिकारी के द्वारा हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद नगर भवन का जीर्णोधार कराया जाएगा।