बदल गया कालका मेल का नाम, नेताजी सुभाषचंद्र बोस को भारतीय रेल ने दिया सम्मान
डेहरी ऑन सोन (बिहार)।भारतीय रेल ने देश के सबसे व्यस्ततम रेलवे लाइन ग्रैंड कॉड सेक्शन केहावड़ा -डेहरी आन सोन-डीडीयू पर चलने वाली देश की सबसे पुरानी ट्रेनों में से एक हावड़ा- कालका मेल एक्सप्रेस का नाम बदलकर नेताजी एक्सप्रेस कर दिया है। यह ट्रेन हावड़ा से डेहरी ऑन सोन होते हुए कालका तक भाया दिल्ली होकर चलती है। रेलवे ने स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती के मौके पर ऐतिहासिक क़दम उठाते हुए हावड़ा कालका मेल का नाम बदलकर नेताजी एक्सप्रेस कर दिया। 80 साल पहले इसी ट्रेन से नेताजी सुभाष चंद्र बोस यात्रा करने के दौरान गुम हुए थे, रेलवे सुभाष चन्द्र बोस के सम्मान में इस ट्रेन का नाम बदलकर अब नेताजी एक्सप्रेस कर दिया है ।हावड़ा – कालका मेल अब नेताजी एक्सप्रेस के नाम से चलेगी। रेलवे ने इसके लिए आदेश जारी कर दिए हैं। आपको बता दें कि यह ट्रेन भारतीय रेल की सबसे पुरानी ट्रेनों में से एक है।
1866 में चली थी पहली बार कालका मेल
1 जनवरी 1866 को हावड़ा कालका मेल पहली बार चली थी,उस वक्त इस ट्रेन का नाम 63अप हावड़ा पेशावर एक्सप्रेस था । 18 जनवरी 1941 को फिरंगियों को चकमा देकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस इसी ट्रेन पर धनबाद जिले के गोमो जंक्शन से सवार होकर निकले थे। नेताजी की यादों से जुड़ी होने के कारण रेलवे ने कालका मेल का नामकरण नेताजी एक्सप्रेस के रूप में कर दिया है ।इससे पहले तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने 23 जनवरी 2009 को सुभाष चंद्र बोस जी के सम्मान में गोमो जंक्शन का नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन गोमो किया था।
साल 1897 में हुआ था नेताजी का जन्म
बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को हुआ था और उन्होंने भारत की आजादी के लिए आजाद हिंद सेना का गठन किया था।नेताजी के सम्मान में केंद्र सरकार ने उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने जाने का ऐलान किया है ।इसी को देखते हुए रेलवे ने कालका मेल का नाम नेताजी एक्सप्रेस करने का फैसला किया है ।
रेलवे कर्मचारी यूनिय़न ने दी बधाई
रेलवे के द्वारा कालका मेल का नाम महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर किए जाने का स्वागत करते हुए रेलवे द्वारा मान्यता प्राप्त रेल संग़ठन ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के केंद्रीय महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव, केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष मिथिलेश कुमार, केंद्रीय सहायक महामंत्री रमेश चंद्रा, केंद्रीय उपाध्यक्ष केदार प्रसाद ,केंद्रीय संगठन सचिव बी बी पासवान,डेहरी शाखा सचिव एस पी सिंह ने कहा है कि जिस सुभाष चंद्र बोस ने देश की आजादी में अपनी प्राण न्योछावर कर दिए,उनके सम्मान में कालका मेल का नामकरण नेताजी एक्सप्रेस किया जाना ऐतिहासिक क़दम है। नेताजी के पराक्रम के चलते ही देश आजादी पथ पर बढा था।