बिहार में साल 2021 के पंचायत चुनाव में अब कुछ महीने बचे हैं। उससे पहले रोहतास जिले के नौहट्टा प्रखंड में भावी उम्मीदवारों की लंबी लिस्ट देखने को मिल रही है। प्रखंड मुख्यालय के अलावा छोटे बड़े गांवों में इन उम्मीदवारों ने अपना बड़ा बड़ा बैनर लगा रखा है। इसके अलावा मतदाताओं के बीच वोट की आस में उम्मीदवारों की चहलकदमी जारी है। भावी प्रत्याशियों की बढ़ती संख्या के बीच उम्मीदवारों को वोटर हर बार चुनाव में साथ देने का वादा कर रहा है। लेकिन आम लोग काफी परेशान भी नजर आ रहे हैं। एक उम्मीदवार के बाद अगले उम्मीदवार के साथ भी जनता का पक्का वादा करना जारी है।
ग्रामीण इलाके में चुनावी सरगर्मी तेज
दरअसल, पंचायत चुनाव के दौरान ग्रामीण इलाकों में राजनीतिक सरगर्मी काफी तेज हो जाती है। रोहतास जिले के इस पहाड़ी इलाके में विकास की सार्थक पहल का आज भी अभाव देखने को मिल रहा है। लंबे समय तक यह इलाका नक्सल प्रभावित रहा है। लेकिन फिलहाल उग्र वामपंथी यहां से पूरी तरह गायब हैं। उनकी गतिविधियां लगभग खत्म हो चुकी है।
भावी प्रत्याशियों की है लंबी लिस्ट
पंचायत चुनाव को प्रखंड क्षेत्र मे मुखिया बनने के लिए प्रत्याशियों की काफी संख्या हो गयी है। अबतक सभी पंचायतों में एक दर्जन से अधिक लोग मुखिया प्रत्याशी बनने का दावा करने के साथ साथ जीत की दावेदारी भी कर रहे हैं। वोटर के पास से एक प्रत्याशी हटता है तो दुसरा प्रत्याशी मोटीवेट करने के लिए पहुंच जाता है।
जानिए कौन कौन से नामों की है सबसे ज्यादा चर्चा
पंचायत चुनाव में उतरने वाले भावी प्रत्याशियों की चर्चा हो रही है। जिनमें तिलोखर से भानू मिश्रा, दारा राम और रामपुकार साह की पत्नी का नाम शामिल है। तिलोखर के सामाजिक कार्यकर्ता औऱ पूर्व मुखिया रामपुकार साह की पत्नी वर्तमान मुखिया रीता देवी के बीच कड़ा संघर्ष होने की उम्मीद है।
तिअराखुर्द पंचायत में दो उम्मीदवारों की है सबसे ज्यादा चर्चा
तिअरा खुर्द पंचायत से चुनावी मैदान में उतरने वाले भावी उम्मीदवारों की लिस्ट में अरूण चौबे, नंदू यादव का नाम काफी चर्चा में है। मुखिया नंदु यादव के समर्थकों का कहना है कि उनके कार्यकाल में पूरे पंचायत में विकास संबंधित योजनाओं को धरातल पर लाने का काम हुआ है। इसके अलावा आम जनों की सभी समस्याओं के निपटारे का भी सार्थक प्रयास किया गया। जबकि पूर्व मुखिया अरुण चौबे के समर्थकों का दावा है कि वो आम लोगों की समस्याओं को लगातार सुलझाने के लिए काम करते हैं। इसके अलावा ग्रामीणों को बीमार होने की स्थिति में बेहतर इलाज के लिए वो आर्थिक मदद करते हैं। माना जा रहा है वर्तमान मुखिया और पूर्व मुखिया के बीच यहां पर कड़ा संघर्ष हो सकता है।
समर्थकों का दावा- आम लोगों के सरोकार के लिए रहे हैं लगातार सक्रिय
स्थानीय लोगों का कहना है कि पंचायत चुनाव में जीत हासिल करने के लिए भानू मिश्रा, उम्मत रसूल, अरूण चौबे, दयाशंकर लगातार पांच साल से क्षेत्र में अपना प्रचार प्रसार कर रहे हैं। इसके अलावा पंचायत के समस्याओं का समाधान करने के लिए या जनता के कार्य को लेकर तत्पर रहते हैं। इन सभी भावी उम्मीदवारों के समर्थकों का दावा है कि वे आम जनता के सरोकार के लिए लगातार काम कर रहे हैं। वैसे चुनावी जीत पूरी तरह जनता के समर्थन पर निर्भर है। लेकिन गांवों में इन दिनों सभी भावी उम्मीदवारों की चहलकदमी जारी है।
(रिपोर्ट: विजय कुमार पाठक, नौहट्टा संवाददाता, रोहतास)