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दरिहट। बिहार में बढ़ते कोरोनावायरस के देखते हुए डेहरी अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह के निर्देशानुसार डेहरी प्रखंड क्षेत्र में सभी गांवों में कोरोना जांच का शिविर लगावाने का निर्देश डेहरी प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया है। वही डेहरी प्रखंड के दिन शनिवार को दरिहट अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र पर जांच शिविर लगाया गया जिसमें 67 लोगों की जांच हुई।वहीं रविवार को अर्जुनबीघा गांव प्राथमिक विद्यालय पर जांच शिविर लगाया गया तो कुल 16 लोगों ने ही जांच कराई।वही बरांव कला पंचायत के मौडीहा गांव में कोराना वायरस जांच रैपिड एंटीजन पद्धति से दिन सोमवार को राजकीय मध्य विद्यालय के परिसर शिविर लगाकर किया गया।जिसमे कुल 75 लोगों ने ही जांच करवाया।75 लोगों में से दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद लोगो को दवाईयां भी दी गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पॉजिटिव हुए लोगों को सलाह देते हुए अपील किया और कहा कि दवा का नियमित प्रयोग करें मास्क लगाकर रहेंगे और समय-समय पर सैनिटाइजर करते रहे एवं किसी दूसरे के संपर्क से दूर रहे। वही मौडिहा गांव के समाजसेवी संतोष उपाध्याय ने कहा कि दो हजार के आसपास लोग यहां रहते है।उस हिसाब से जांच में भागीदारी बहुत कम रही। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को जिन इलाकों में जांच शिविर लगवाने है।उसकी सूचना अखबार व मीडिया के माध्यम से लोकहित में एक दिन पहले ही प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए और इसमें पंचायती राज प्रतिनिधियों और स्वंयसेवी संगठन के कार्यकर्ताओं को समावेशित करना चाहिए। ताकि लोग अधिक से अधिक संख्या में जांच शिविर और टीकाकरण शिविर तक पहुंच कर जांच व टीकाकरण करवा सके। उन्होंने कहा कि इसे एक अभियान के तरह चलाया जाना चाहिए और कोई मोबाइल नंबर भी हर जांच शिविर के लिए जारी हो ताकि लोग उस नंबर पर पूछ कर आ सके।
संतोष उपाध्याय ने आगे कहा की वैक्सीन की भारी किल्लत है और इसे लोग महसूस कर रहे है। क्योंकि टीकाकरण स्थलों से वैक्सिंग नहीं होने के कारण लोग वापस लौट रहे हैं। उन्होंने सरकार से अपील किया कि वैक्सीन का उत्पादन युद्ध स्तर पर बढ़ाया जाए।वैक्सीन का उत्पादन और टीकाकरण की गति दोनों को समानुपातिक तौर पर पूरे तालमेल के साथ बढ़ाया जाना चाहिए।ताकि समाज के अंतिम और जरूरतमंद इंसान को आसानी से टीका लगाया जा सके।18 से 44 उम्र वाले वर्ग के लोगों को टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है। इसके लिए स्मार्ट फोन होना जरूरी है और वो सब लोग से नहीं हो पा रहा है। इसलिए पंचायती राज प्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं को इस मामले में जिम्मेवारी और सतर्कता से लगाया जाना चाहिए। ताकि घूम घूम के गरीब और अजानकार लोगो का टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन हो सके तथा उनकी काउंसलिंग भी हो।
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