रोहतास जिले के नौहट्टा और रोहतास के चिकित्सा प्रभारी मुकेश कुमार को कोविड संकट के दौरान बेहतरीन कार्य करने का इनाम मिला है। जिले के डीएम और सीएस ने उनको सम्मानित किया। उन्होंने अधिकारियों ने प्रशस्ति पत्र सौंपा है। पूरे संकट के इस दौर में चिकित्सा प्रभारी लगातार सक्रिय रहे। इस दौरान उनकी टीम ने हमेशा समस्या के निपटारे के लिए लगातार कार्य किया। बताया जा रहा है कि उनकी टीम ने हर गांव के बारे में जानकारी इकट्ठा की और बीमार लोगों की जानकारी मिलने पर तत्काल एक्शन लिय़ा। इस दौरान जांच टीम तत्काल भेजने के अलावा फोन के माध्यम से भी मरीजों को बीमारी से बचाव और सतर्कता की जानकारी देती रही गई।
इस तरह टीम ने किया कार्य
कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के मामले को देखते हुए उनकी टीम लगातार सक्रिय थी। किसी भी मरीज के कोरोना के लक्षणों की जानकारी मिलने के बाद मेडिकल टीम वहां पहुंचती और संक्रमितों को सलाह देती। इस दौरान बचाव के लिए हर जरुरी प्रयास चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में किया गया। कोरोना के इस वेब के दौरान नौहट्टा मे 95 तथा रोहतास में 123 लोग संक्रमित हुए। फिलहाल नौहट्टा प्रखंड में नौ तथा रोहतास मे सात लोग होम आइसोलेशन में है।
इसके अलावा कोरोना जांच मे नौहट्टा और रोहतास प्रखंड का तीसरा स्थान रहा। जबकि वैक्सीनेशन में पूरे जिले में दूसरा स्थान मिला। चिकित्सा प्रभारी के प्रयास से कोविड से किसी की भी मौत नहीं हुई। इस तरह का दावा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि जिन लोगों की मौत हुई है वे रेफरल हॉस्पिटल नहीं पहुंचे थे। इसके अलावा उनकी कोई भी जानकारी मेडिकल टीम को उपलब्ध नहीं हुई।
डॉक्टर मुकेश कुमार लगातार होते रहे अपडेट
चिकित्साधिकारी मुकेश कुमार रोहतास व नौहट्टा पीएचसी के प्रभार में है। कोरोना संकट के दौरान वो लगातार दोनों प्रखंडों की स्थिति की जानकारी से लगातार अपडेट होते रहे। इसके लिए उन्होंने कई टीम बनाकर रखी थी। इसके अलावा स्थानीय लोगों से भी लगातार संपर्क बनाए रखा। इसके अलावा किसी भी तरह की समस्या होने पर समाजसेवी और राजनीतिक दलों से जुड़े लोग उनसे किसी भी समय संपर्क कर सकते थे। कोरोना काल मे बेहतर कार्य करने के चिकित्सा प्रभारी को प्रशस्ति पत्र डीएम धर्मेन्द्र कुमार ने उन्हें सौंपा है।
रिपोर्ट: विजय कुमार पाठक, संवाददाता, नौहट्टा (रोहतास)