हैदरनगर। झारखंड के दो स्वास्थ्य केंद्र और दो उप स्वास्थ्य केंद्र का जिम्मा एक डॉक्टर के पास है। इस कारण आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, राज्य के कद्दावार नेता माने जाने वाले विश्रामपुर के विधायक और पूर्व मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी के दबाव में चौकड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व झरी उपस्वास्थ्य केंद्र बिना स्वीकृति के ही करोड़ो खर्च कर बनाया गया। हैदरनगर प्रखण्ड क्षेत्र के चारो प्राथमिक व उपस्वास्थ्य केंद्रों पर मात्र एक डॉक्टर कार्यरत है। 12 पंचायत की करीब सत्तर हजार आबादी को एक डॉक्टर के भरोसे रहकर अपने इलाज के लिए इंतजार कर रहे हैं।
हैदरनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर डॉ0 अशोक कुमार के अलावा अन्य स्वास्थ्य कर्मी है। जबकि हैदरनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर का ज्यादातर समय अपने निजी क्लीनिक चलाने में चला जाता है। वहीं, अधौरा उपस्वास्थ्य केंद्र एक एएनएम के भरोसे है। इसके अलावा अस्वीकृत चौकड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व झरी उपस्वास्थ्य केंद्र में ताला लटका रहता है। इन स्वास्थ्य केंद्रों पर न तो किसी डॉक्टर की व्यवस्था की गई है न ही एएनएम की। स्थानीय लोगों का कहना है कि आनन फानन में स्वास्थ्य मंत्री के कार्यकाल में भवन का निर्माण करोड़ों खर्च कर करा दिया गया, लेकिन उनके कार्यकाल में भी एक भी डॉक्टर की पदस्थापना नहीं की गई। ये स्वास्थ्य केंद्र केवल दिखाए का साबित हो रहे हैं।