हैदरनगर. कोरोना संकट के कारण छात्रों की पढ़ाई का काफी नुकसान हुआ है. पिछले दो सत्र से क्लासेज का संचालन नहीं हो पा रहा है. हैदरनगर राजकीय कृत +2 उच्च विद्यालय की प्रधानाध्यापिका गंगा अग्रवाल ने विद्यालय में शिक्षारत सभी बच्चों के अभिभावकों को हर हाल में ऑनलाइन कक्षा से जोड़ने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन कक्षा में बहुत सीमित संख्या में छात्र एवमं छात्रा जुड़ रहे है। जिससे बच्चों के शिक्षण कार्य मे परेशानी होगी। उन्होंने इस कोरोना काल जैसे महामारी के दौर में सभी लोग परेशान एवमं निराश हैं। फिर भी इस कठिन दौर से गुजरते हुए सभी के लिए अच्छे दिनों की कामना करते हुए शिक्षा में सुधार करने का संकल्प विद्यालय के शिक्षक तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि इस महामारी में हम सभी को बहुत तरह के नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। चाहे वह आर्थिक हो या मानसिक हो या फिर सामाजिक। इन सभी के बीच भविष्य में वह नुकसान जिसकी पूर्ति करना संभव नही होगा, वह है बच्चों की शिक्षा। क्योंकि शिक्षा ही वह फल है जिसे निरंतर प्यार से पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान विगत 16 महीने से बंद है। कुछ सामान की स्थिति में भी शिक्षण संस्थान खुलना सम्भव हो पायेगा। उन्होंने कहा कि छात्र, छात्रा हमारे भविष्य के कर्णधार हैं। इनकी शिक्षा पर ध्यान देना इस महामारी के दौरान हमारे लिए महत्वपूर्ण होगा।
उन्होंने कहा कि औपचारिक शिक्षा का होना अभी के समय को देखते हुए असंभव प्रतित होता है। विकल्प के तौर पर ऑनलाइन शिक्षा ही एक बच्चों के लिए सुगम माध्यम हो सकता है। जिससे कि हम इसकी क्षतिपूर्ती कर सके। उन्होंने कहा कि हम अपने बच्चों को शिक्षित एवं आत्मनिर्भर बनाने की ओर प्रेरित करे। जैसा कि मैं अपने आस पास देखता हूँ कि कुछ लोगों ने पूर्वाग्रह बना रखा है कि ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से क्या शिक्षा दी जा सकेगी। बदलते दौर में यह जानना जरूरी है कि विकास के साधनों का उपयोग करते हुए हम आगे बढ़े एवमं विभिन्न आयामों का खोज करे। जिससे हम ज्ञान अर्जन कर सके। इसी क्रम में ऑनलाइन शिक्षा एक सुगम कदम है। पश्च्यात देशों में विगत कई वर्षों से इस माध्यम के प्रयोग से शिक्षा दी जा रही है, और छात्र एवं छात्रा सफल हो रहे हैं। आगे बढ़ते हुए इस माध्यम को अपनाना होगा और अंधकार से प्रकाश की ओर आना होगा। उन्होंने सभी अभिभावकों से अनुरोध किया है कि अपने बच्चों को इस माध्यम से जोड़कर इन्हें उड़ान दे की वे 21वीं सदी के आसमान में अपना परचम लहरा सके। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक का उद्देश्य मात्र समाज को सुदृढ बनाना होता है। आप इस बात पर विचार के एवम आगे बढ़ते हुए अपने बच्चों को ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा के लिए प्रेरित करे एवम उनका साथ दे। इसके लिए विद्यालय के लिए सभी शिक्षक भी संकल्पित हैं।