डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। कोरोना लहर ने व्यापारियों की कमर तोड़ कर रख दी। इसके साथ ही रोज होने वाले खर्चों के अलावा बिजली बिल भुगतान करने की सोच उनके पसीने छूट रहे हैं। रोहतास जिले के डेहरी-डालमियानगर इलाके में रहने वाले व्यापारी इस मुश्किल घड़ी में सरकार से मदद की गुहार लगाए बैठे हैं। लॉकडाउन और कोरोना के कारण लागू कर्फ्यू के कारण व्यवसाय लंबे समय तक प्रभावित रहा है। इस कारण इन सभी को लोन की किस्तों का ब्याज देने में पसीने छूट रहे हैं। रही सही कसर बकाए बिजली बिल ने पूरी कर दी है। इसके अलावा अन्य मासिक खर्च और कर्मियों को देने वाले वेतन भुगतान ने उनकी आर्थिक स्थिति को विषम कर दिया है।
डेहरी चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष बबल कश्यप ने कहा कि आर्थिक तौर पर काफी नुकसान सहना पड़ा है। इसके बावजूद कोरोना के दूसरे वेब में व्यापारियों ने सरकार के हर निर्देश का अक्षरश पालन किया। उन्होंने कहा कि मार्केट के बकाए पैसे का भुगतान नहीं होने से काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने बिहार सरकार से मांग की है कि ऋण के ब्याज को माफ किया जाए। इसके साथ ही बिजली बिल के भुगतान में भी छूट मिले।
अमरेंद्र पाल, स्टील के व्यवसाई हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान निर्माण कार्य प्रभावित रहा। लेबर के निर्माण कार्य स्थल पर नहीं पहुंचने के कारण व्यापार में मंदी दिखाई दी। इसके अलावा डिमांड कम होने का नुकसान झेलना पड़ा।
कोल डिपो के व्यवयाई मनीष सिंह का कहना है कि इन दिनों मंडी में बाहर से आने वाले ट्रक का आवागमन काफी कम हो गया है। इस कारण व्यापारियों और मजदूरों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। फिलहाल मंदी के कारण आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मोबाइल दुकान संचालक गुड्डू सिंह का कहना है कि ऑनलाइन खरीद बिक्री के कारण बाजार के दुकानदारों को काफी नुकसान हुआ है। सरकार के नियमों का खामियाजा हम सभी को भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि इसकी भरपाई आने वाले 6 महीनों तक संभव नहीं है।