डिजिटल टीम, पटना। बिहार की राजनीति में बड़ी उलटफेर की खबर आ रही है। जानकारी मिल रही है कि रविवार शाम को एलजेपी के पांच सांसदों ने पार्टी और चिराग के नेतृत्व से दूरी बनाने का निर्णय ले लिया है। रामविलास पासवान के छोटे भाई और सांसद पशुपति कुमार पारस के अलावा प्रिंस पासवान, नवादा सांसद चंदन सिंह, वैशाली से सांसद वीणा देवी के अलावा खगड़िया के सांसद महबूब अली कैसर ने चिराग के नेतृत्व को मानने से साफ इनकार कर दिया है। इस संबंध में लोक सभा सचिवालय को भी विरोधी सांसदों के पत्र सौंपने की जानकारी मिल रही है। मोदी कैबिनेट के विस्तार की खबरों के बीच यह जानकारी मिल रही है। सूत्रों के अनुसार, एलजेपी के ये सांसद सोमवार को लोकसभा अध्य़क्ष से इस संबंध में मुलाकात कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि सभी सांसदों ने पशुपति कुमार पारस को संसदीय दल का नेता चुना है। जिसकी औपचारिक जानकारी लोकसभा स्पीकर को ये देंगे। एलजेपी में इतनी बड़ी फूट की जानकारी मिलने के बाद प्रदेश में राजनीतिक चर्चा काफी गर्म है। कहा यह भी जा रहा है कि सीएम नीतीश इन सभी सांसदों को जेडीयू में शामिल करा सकते हैं।