हैदरनगर. हैदरनगर थाना के पंसा, बरडीहा, पचपोखरी, खरखोल, अधौरा, रानिदेवा आदि गांवों में नीलगाय के आतंक से किसान काफी परेशान नजर आ रहे हैं. दरअसल, यहां किसानों ने खेतों में धान का बिजड़ा डाला था, जिसे नीलगाय पूर्ण रूप से रौंद दे रहे हैं. किसान श्याम किशोर पाठक, उमरांव सिंह, भरत सिंह, मुनि सिंह, नागेंद्र सिंह, राजकुमार सिंह, विनोद सिंह, गुप्तेश्वर पांडेय आदि कई किसानों ने कहा कि किसान महंगे दामों पर धान का बिजड़ा लेकर खेतों में डाल रहे हैं. लेकिन नीलगाय के आतंक से सभी धान का बिजड़ा बरबाद हो जा रहा है. किसानों ने कहा कि पहले तो ग्रामीणों को देखकर नीलगाय भाग जाते थे किंतु अब गांव तक पहुंचने लगे हैं. किसानों ने यह भी कहा कि खेतों में लगे जेठुआ सब्जी को भी नीलगाय बर्बाद कर दे रहे हैं.
किसानों की इस परेशानी पर अभी तक ना तो सरकार की नजर पड़ी है और ना ही प्रशासन की. कई बार किसानों ने लिखित रूप में स्थानीय प्रशासन, वन विभाग के अधिकारी, उपायुक्त पलामू के साथ साथ सरकार को भी लिखित रूप में इस समस्या से अवगत कराया. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है. नीलगाय के आतंक से प्रत्येक वर्ष किसानों के खेती नष्ट हो रहा है, जिस कारण किसान कर्ज से दबते जा रहे हैं.
किसानों ने यह भी कहा कि इसकी जानकारी स्थानीय विधायक व पलामू के सांसद को भी दी गई है. किन्तु वे तो चुनाव के बाद किसानों के दुख, दर्द को भी देखने नहीं पहुंचते. किसानों ने यह भी कहा कि अगर तत्काल इस पर प्रशासन या जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं देते हैं तो गांव गांव के किसान जन आंदोलन को बाध्य होंगे. इस संबंध में हैदरनगर प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि क्षेत्र में नीलगायों से खेती बर्बाद होने की सूचना उन्हें मिली है. उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत वे उच्चाधिकारियों को लिखित रूप में करेंगे.
किसानों ने यह भी कहा कि वे धान के बिजड़े के अलावा मौसमी सब्जी उगाने में भी परहेज कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि नीलगाय द्वारा बर्बाद किये गए फसल का आंकलन लेकर वे अग्रेतर सूचना देकर उचित मुआवजा दिलाने की मांग करेंगे.