आरा. भोजपुरी कला को संरक्षित करने के उद्देश्य से आरा रेलवे स्टेशन परिसर में 24 दिनों से शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. यह प्रदर्शन स्थानीय कलाकार कर रहे हैं. इस दौरान आरपीएफ से नोकझोंक हो गई. बाद में आरपीएफ ने हंगामा एवं बाधा उत्पन्न करने के आरोप में पांच कलाकारों को गिरफ्तार कर लिया. बाद में सभी को सशर्त रिहा किया गया. इधर, कलाकारों का आरोप है कि दुर्व्यवहार करते हुए बैनर, झाल आदि छीन लिया गया.
भोजपुरी पेंटिग को बढ़ावा देने की मांग को लेकर भोजपुरी कला संरक्षण मोर्चा के कलाकार एक जून से ही आंदोलनरत है. शुक्रवार को अपने अभियान के तहत गीत आदि के माध्यम से आम लोगों को भोजपुरी चित्रकला और अपनी संस्कृति से अवगत कराने के लिए मोर्चा द्वारा आरा के रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक से शांतिपूर्ण तरीके से रंग जुलूस निकाला गया था. आरोप है कि प्लेटफार्म संख्या दो पर जाने के दौरान आरपीएफ के जवानों द्वारा दुर्व्यवहार करते हुए मोर्चा के कलाकारों से बैनर, झाल, हुरुक आदि छीन लिया गया. इस दौरान कलाकारों व जवानों के बीच नोंकझोंक भी हुई. बाद में आरपीएफ इंस्पेक्टर शंभू नाथ राम पहुंच गए। मोर्चा के पांच साथियों अशोक मानव, भास्कर मिश्र, विजय मेहता, कमलेश कुंदन एवं कृष्णेन्दु को गिरफ्तार कर थाने में ले जाया गया. इसके बाद भी मोर्चा के शेष सदस्यों द्वारा सांस्कृतिक गीतों के माध्यम से रेलवे प्रशासन का विरोध जारी रखा गया.
दूसरी ओर, सुबह 11 बजे से लगातार हो रही नारेबाजी को लेकर स्टेशन प्रबंधक प्रवीण कुमार ने काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन तीव्र आंदोलन के कारण कोई समझने के लिए तैयार नहीं हुआ.