
डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। डिजिटल मीडिया ने प्रिंट की प्रासंगिकता को कम किया है। आंचलिक स्तर पर काम करने वाले पत्रकारों को इसकी वास्तविकता को स्वीकरना होगा। इसके साथ ही खुद को हर तरीके से अपडेट रखते हुए सोशल मीडिया की बेहतर समझ विकसित करनी होगी। यह बातें टीवी 9 भारतवर्ष के पत्रकार केशव कुमार ने प्रेस क्लब डेहरी के द्वारा डिजिटल मीडिया और आंचलिक पत्रकारिता: चुनौतियां और बदलाव विषय पर परिचर्चा के दौरान कही। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में सूचनाएं बहुत जल्दी लोगों तक पहुंच रही है। इसके लिए आंचलिक पत्रकारों को अपडेट रहने की जरूरत है। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की पहुंच आज भी लोगों तक है। लेकिन उन्होंने बदलते समय को स्वीकारा है। उन्होंने कहा कि मार्केट में अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए जरूरी है कि इस माध्यम का सदुपयोग किया जाए। जिससे आंचलिक पत्रकारों की विश्वसनियता बनी रहे। इंडिया न्यूज डिजिटल में कार्यरत आदर्श शुक्ला ने आंचलिक पत्रकारों को किसी भी मीडिया संस्थान की रीढ़ बताया। उन्होंने कहा कि जमीन पर कार्य करने वाले ये पत्रकार ही राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय खबरों की सुर्खियों को बनाने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि आर्थिक तौर पर हमेशा समस्या झेलने वाले पत्रकार समाज के हर वर्ग के हित की बात सोचने वाले हैं। इनके भरोसे ही मीडिया संस्थान काम कर पाते हैं। प्रेस क्लब डेहरी के अध्यक्ष अजय कुमार ने परिचर्चा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि आंचलिक पत्रकार खबरों को गढ़ने के साथ ही इतिहास रचने का काम करते रहते हैं। इस तरह के विमर्श से स्थानीय पत्रकारों को नई जानकारियों मिलेगी। इसके साथ ही खुद को बदलते स्वरुप के अनुसार गढ़ने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रेस क्लब इस तरह के विमर्श के कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा। जिसमें राष्ट्रीय स्तर के पत्रकारों को आमंत्रित किया जाएगा। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार चंद्रगुप्त मेहरा, जगनारायण पाण्डेय, उपेंद्र मिश्र, सुरेंद्र तिवारी, अजय कुमार, राम अवतार चौधरी, विकास चंदन, मंजीत सिंह मौजूद थे।