
साल 2019 में शुरू हुई योजना अबतक नहीं हो सकी पूरी।
डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। डेहरी-डालमियानगर इलाके को नल जल योजना ने पूरी तरह बदरंग कर दिया है। साल 2019 में शुरू की गई इस योजना को पूरा करने की अवधि समाप्त हो चुकी है। लेकिन 88 करोड़ की इस महत्वकांक्षी योजना ने पूरे शहर को गढ्ढो से भर दिया है। बारिश होने के बाद शहर के 34 वार्ड के लोग काफी परेशान नजर आ रहे है। डेहरी बाजार में मुख्य नाला के किनारे जल नल योजना की पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है। लेकिन मिट्टी भरने के बाद पक्कीकरण नहीं होने का खामियाजा वहां रहने वाले लोग औऱ दुकानदार झेल रहे हैं। इस योजना के निर्माण के अधर में लटकने के कारण पूरा शहर गंदगी और कीचड़ से सराबोर हो गया है। पिछले साल दिसंबर में इस योजना को पूरा करना था। लेकिन कंपनी ने तय सीमा के अंदर इसे पूरा नहीं किया। इसके साथ ही इसके निविदा के एक्सटेंशन संबंधित पत्र पर किसी भी तरह का निर्णय संबंधित विभाग ने नहीं लिया है।
बियाडा के कार्यपालक अभियंता हरिओम ने बताया कि पूरे डेहरी शहर में 34 वार्ड में यह योजना चल रही है। वाटर टेस्टिंग के बाद सड़क का पुनर्निमाण किया जाता है। उन्होंने कहा कि पूरे शहर में पाइप बिछाने और हाउस कनेश्कन का काम लगभग पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि बालू खनन के कारण भी इसमें समस्या हो रही है। उन्होंने बताया कि पूरे शहर में 6-7 किलोमीटर की योजना लंबित है। स्थानीय लोगों की आपत्ति के कारण इसमें समस्या हो रही है।

पाइल बिछाने के बाद हाउस कनेक्शन के बाद टेस्टिंग होने के बाद सड़क का पुर्ननिर्माण होता है। नगर परिषद पीसीसी सड़क और नाली का निर्माण कराने की योजना है। इस कारण बियाडा इनका पुननिर्माण नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि डेहरी बाजार में रिस्टोरेशन का काम शुरू हो चुका था। लेकिन बालू उपलब्ध नहीं होने से समस्या हो रही है। उन्होंने कहा कि डेहरी बाजार की सड़क पथ निर्माण विभाग के अधीन है। संबंधित विभाग के आपत्ति के कारण समस्या भी हो रही है। यहां सड़क काटने की अनुमति नहीं दी गई है।
इन क्षेत्रों में नल जल योजना का नहीं मिलेगा फायदा
डालमियानगर के मकराइन इलाके में किसी भी तरह की कार्ययोजना नहीं बनी है। शहर के वार्ड संख्या 6,9,10,11 और 12 के वार्ड के लोगों को इस योजना का लाभ अभी नहीं मिलेगा। नगर पार्षद के कार्यपालक पदाधिकारी कुमार ऋत्विक ने कहा कि बुडको को एक पत्र लिखकर इस योजना को तत्काल पूरा करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि कड़े शब्दों में कहा है कि इससे आम लोगों को परेशानी हो रही है। नगर परिषद के सड़को को तोड़ दिया गया है। नाली की स्थिति बदतर हो गई है। पानी टंकी के रंजीत शर्मा और जय प्रकाश मौर्य ने कहा कि पूरे इलाके के लोग काफी परेशान हैं। घर से निकलने के बाद कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। बिजनेस भी प्रभावित हो रहा है। पैदल चलने वाले और बाइक सवार कीचड़ में फंसकर चोटिल हो जाते हैं।
आरजेडी विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार की नल योजना पूरी तरह फेल है। अफसरशाही पूरी बढ़ गई है। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। इस कारण डेहरी-डालमियानगर के लोग गंदगी में रहने को मजबूर हैं। आरजेडी के वरिष्ठ नेता रामनाथ सिंह ने कहा कि नगर परिषद इलाके को गंदा करने वाले इस योजना ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। नल जल योजना की शहर के इस इलाके में जरूरत नहीं थी। सरकार की इस योजना का दुरुपयोग कर नीतीश सरकार अपनी तिजोरी भर रही है।