हैदरनगर. हैदरनगर प्रखंड के तारा गांव के हरिजन टोला आज भी सड़क विहीन है. इस टोले के लोग को कहीं इमरजेंसी में वाहन या बाइक से जाना हो तो काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. समाजसेवी रैमल पासवान ने कहा कि हरिजन टोला में लोग हम गरीबों का केवल वोट झटकने आते हैं. किंतु चुनाव के बाद एक बार सुध लेने नहीं पहुंचते. रैमल पासवान ने कहा कि 2019 के विधानसभा चुनाव में वर्तमान विधायक वोट मांगने गांव पहुंचे थे. उन्होंने वादा किया था कि चुनाव जीतने के बाद गांव की सड़क पूर्ण रूप से बनवा दी जाएगी. किन्तु विधायक अब तक एक बार भी गांव की सुध लेने नहीं आए.
रैमल के साथ अन्य कई ग्रामीणों ने भी कहा कि सबसे अधिक परेशानी तब होती है जब किसी का तबियत खराब हो जाती है. मरीजों को घाट पर लेटाकर हैदरनगर 6 किलोमीटर पैदल चल अस्पताल पहुंचाना विवशता बन जाती है. कई लोग अब तक सड़क नहीं होने के कारण चिकित्सकों के पास पहुंचने से पहले ही अपना दम रास्ते में तोड़ देते हैं.उन्हों
ने कहा कि चुनाव तो हर पांच साल पर होना तय ही है. किंतु अब वैसे धोखेबाज जनप्रतिनिधि का ग्रामीण बहिष्कार करेंगे. ग्रामीण रैमल ने कहा कि सबसे अधिक परेशानी बच्चों को विद्यालय जाने में हो रही है. किसी तरह बच्चे कीचड़ भरे सड़क पर पैदल चल विद्यालय पहुंचते हैं. उन्होंने कहा कि हमारे लिए अब तक किसी जनप्रतिनिधि ने नही सोचा. उन्होंने कहा कि अब तारा पंचायत के ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों का विरोध करने मन बना लिया है. गांव का विकास नहीं, तो जनप्रतिनिधियों को गांव में घुसने की कोई इजाजत नहीं.