गढ़वा : डंडा प्रखंड के कोटा गाँव में वज्रपात के कारण भिखही टोला लकड़ही निवासी बसन्त चौधरी के पुत्र सुनील कुमार चौधरी (35) की मौत हो गई। वहीं कोटा निवासी मुनेश्वर चौधरी (62) गम्भीर रूप से घायल हैं। दोनों व्यक्ति को गढ़वा के चौधरी जेनरल हॉस्पिटल में लाया गया। जहां इलाज कर रहे डॉ कुलदेव चौधरी ने सुनील चौधरी की स्थिति देखते हुए सदर हॉस्पिटल रेफर कर दिया और डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मृतक को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। गंभीर रूप से घायल मुनेश्वर चौधरी का इलाज चौधरी जेनरल हॉस्पिटल के आईसीयू में चल रहा है। डॉ चौधरी ने कहा कि मरीज बेहोशी हालत में लाए गए थे, लेकिन अब होश में आने लगे हैं यानि स्थिति में सुधार दिख रहा है। मृतक के परिवार काफी शोक में हैं। निषाद समाज के लोगों ने आपदा विभाग व स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुआवजा देने की मांग की है।
परिवार के लोगों के साथ सांत्वना व्यक्त करने वाले में डंडा प्रमुख वीरेन्द्र चौधरी, जिला पार्षद तारा देवी, मुखिया नन्दू चौधरी, जिला पार्षद प्रतिनिधि विजय चौधरी, अनुज चौधरी, कमलेश चौधरी, अनिल चौधरी आदि शामिल थे।
एक अन्य खबर के अनुसार, वज्रपात के कारण गढ़वा थाना के रंका बौलिया गांव निवासी चंद्रदेव पासवान (40 वर्ष) की भी मौत हो गई. जबकि इस दौरान घायल हुए लोगों में मृतक चंद्रदेव पासवान के भाई मिथिलेश पासवान एवं गढ़वा थाना के उड़सुगी गांव निवासी संदेश उरांव, श्रवण उरांव की पुत्री आत्मा कुमारी, प्रदीप उरांव की पत्नी शीला देवी, सलेश उरांव की पत्नी लीलावती देवी, कृष्णा उरांव का पुत्र रूपेश तिर्की एवं उसकी पुत्री प्रीति कुमारी के नाम शामिल है.