रांची. कोरोना की तीसरी लहर के आगमन की आशंका दूर नहीं हुई है। ऐसे में आपकी छोटी सी लापरवाही झारखंड को दोबारा लाकडाउन की तरफ ले जा सकती है। कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या ने एक बार फिर से सभी को डरा दिया है। अगस्त माह में हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। जुलाई के बीच में संक्रमितों की संख्या बढ़ी थी, लेकिन दूसरी ओर स्वस्थ होने वालों की संख्या भी अच्छी रही, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या में कुछ अधिक बढ़ोतरी नहीं हुई थी। करीब डेढ़ माह के बाद रिम्स में बुधवार की देर रात एक संक्रमित की अब्दुल राउफ की मौत इलाज के दौरान हो गई। हालांकि दस दिनों में रांची जिले से 60 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं।
अगस्त माह में जिस तरह से संक्रमित मिल रहे हैं उससे कहीं ना कहीं संभावित तीसरी लहर का डर जरूर सताने लगा है। डॉक्टर भी मानते हैं कि संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है, दूसरी ओर वैक्सीनेशन भी पूरी तरह से नहीं हो पाया है। ऐसे में लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन सख्ती के साथ करना चाहिए। वैक्सीन लेने के बाद भी वे अपने आप को पूरी तरह सुरक्षित ना समझे। अभी जिले के अस्पतालों में संक्रमितों की संख्या कम है। अभी जो भी मामले मिल रहे हैं उसमें पॉजिटिव मरीजों का इलाज घर पर ही हो रहा है। सदर अस्पताल में एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं है। हालांकि संक्रमण से निपटने के लिए अस्पतालों की तैयारी पूरी है।
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अगस्त माह में अभी तक सबसे अधिक एक दिन में रिकार्ड 17 मरीज मिले हैं। ये सभी मरीज रांची जिले से दस अगस्त को मिले हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग भी अब नई रणनीति के साथ काम पर जुट गया है।
जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्र व मेडिकल कॉलेजों को अलर्ट मोड में रखा गया है। डॉक्टरों को पूरी सावधानी के साथ मरीजों का इलाज करने का दिशा-निर्देश दिया गया है। साथ ही कोई भी काेरोना के संदिग्ध मरीज आने पर उसकी पहली कोविड जांच कराने का भी निर्देश है।