हैदरनगर. लगातार बिजली सेवा का उपलब्ध नहीं रहना हुसैनाबाद व हैदरनगर के बिजली उपभोक्ताओं की नियति बन गयी है। वर्तमान स्थिति में न तो तेज आंधी है, न तो तेज बारिश और न ही ग्रिड/सबस्टेशन में मेंटेनेंस वर्क चल रहा है। फिर भी निर्बाध रूप से बिजली की आपूर्ति नहीं होना लोगों की परेशानी का सबब बन गया है। ग्रिड के बनने से लोगों की उम्मीदें बलवती हो गयी थीं कि यहां के लोगों को बिजली की समस्या अब नहीं रहेगी।
कुछ दिनों तक आपूर्ति काफी अच्छी रही, लेकिन वर्तमान में वैसी स्थिति नहीं है। कुछ लोगों की दलील भी रहती है कि सरकार सस्ती बिजली कब तक उपलब्ध कराएगी। बिजली की दर पहले से बढ़ी है, लेकिन स्थिति पूर्ववत है। अब यह भी पैमाना नाकाफी लग रहा है। भीषण गर्मी पड़ना प्राकृतिक परिघटना एवं भौतिक कारण है जो इन दिनों चरम पर है। लेकिन निर्बाध बिजली नहीं मिलना कृत्रिम अनुपलब्धता है।
भीषण गर्मी और बिजली की आंख-मिचौली से रात में लोगों के आंखों की नींद गायब हो गयी है। बच्चों के पढ़ने लिखने के समय ही बिजली नहीं रहती है जिससे पठन-पाठन पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इस समस्या का निराकरण हो जिससे नियमित बिजली मिल सके। बिजली की समस्या को लेकर राज्य के सीएम ने बैठक की थी। गहन मंथन के बाद उन्होंने आदेश दिया था कि राज्य में 24 घंटे उपभोक्ताओं को बिजली मिलनी चाहिए। इसमें किसी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए।
ये भी पढ़ें: एसएसबी और रोहतास पुलिस की कार्रवाई! एकनाली बंदूक और देशी कट्टे के साथ दो गिरफ्तार
स्थानीय विधायक ने भी पिछले माह मेदिनीनगर परिसदन में बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी और उन्हें निर्देश दिया था कि हुसैनाबाद-हरिहरगंज क्षेत्र में निर्बाध बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करें। किन्तु बिजली की उपलब्धता सबस्टेशन और ग्रिड में रहने के बाद भी आंख-मिचौली का खेल जारी रहता है। इस संबंध में अवर प्रमंडल जपला के कनीय विद्युत अभियंता प्रदीप कुमार ने बताया कि पर्याप्त बिजली नहीं मिलने के कारण ही बीच-बीच में विभिन्न फीडरों में बिजली ट्रिप करती है। पचम्बा ग्रिड में पर्याप्त बिजली रहने के बाद सभी फीडरों में निर्बाध बिजली की आपूर्ति की जाती है।