रांची के झिरी में कचरा डंपिंग यार्ड से हो रही परेशानी की ओर ध्यान आकृष्ट कराने के लिए मॉडल सुरभि ने कचरे पर कैटवॉक किया। सुरभि कहती हैं कि देश के कई कचरा डंपिंग यार्ड में प्रोसेसिंग प्लांट लगा कर कचरा साफ किया जा रहा है, लेकिन रांची में ऐसा नहीं हो रहा है। इससे आसपास के लोग बीमार हो रहे हैं। सुरभि मिस झारखंड रह चुकी हैं। इस फोटो शूट के पीछे उद्देश्य था कि इस समस्या को देश-दुनिया के सामने लाया जाए। शूट के दौरान सुरभि को लाल ड्रेस इसलिए पहनाया गया कि यह संदेश जाए कि कि कचरे को डंप करने के बाद प्रोसेसिंग नहीं होना खतरे का कारण बनेगा। हालांकि शूट के बाद सुरभि के पांव में इंफेक्शन हो गया और उन्हें डॉक्टर के पास जाना पड़ा।
मॉडल सुरभि को कचरे के ढेर पर कैटवॉक करते देख आसपास काफी लोगों की भीड़ जुट गई थी। लोग उन्हें देखकर हैरान थे। मिली जानकारी के अनुसार रांची का कचरा झिरी में फेंका जाता है। इससे झिरी में कचरे का पहाड़ बन गया है। लोगों का कहना है कि रांची के रिंग रोड से गुजरते वक्त जब झिरी आता है, बदबू के चलते बुरा हाल हो जाता है। बदबू से बचने के लिए लोग अपने वाहनों के शीशे बंद कर लेते हैं। मॉडल सुरभि ने कहा कि उन्होंने इसी समस्या को आम करने के लिए यहां कैटवॉक किया और वीडियो बनाया। वीडियो बनाने के बाद इसे वायरल किया गया। बताया जा रहा है कि कचरे के ढेर पर सुरभि का कैटवॉक तकरीबन आधे घंटे तक चला।
एक अनुमान के मुताबिक रांची के इस डंपिंग यार्ड पर एक महीने में औसतन यहां 15300 टन कूड़ा जमा हो जाता है। वर्ष भर में यह 1.83 लाख टन हो जाता है। 10 वर्षों में यहां 16 लाख टन से अधिक कचरा जमा हो गया है। आरोप है कि रांची नगर निगम पिछले 5 साल से कचड़ा निस्तारण प्लांट बनाने की बात कर रहा है, लेकिन अभी तक इसे तैयार नहीं किया जा सका है। लोगों का कहना है कि झिरी के इस कचरे की वजह से आसपास की करीब 10 हजार की आबादी का जीना दूभर हो गया है।
आसपास के इलाकों में मच्छरदानी के बिना सोना मुश्किल है। हर तरफ मच्छरों का अंबार रहता है। इससे कई तरह की बीमारियां होती हैं। इधर से गुजरने वाले लोगों को हमेशा बदबू का सामना करना पड़ता है। लोगों का घरों में रहना थी मुश्किल हो चुका है।
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क्या कहता है नगर निगम
इस बारे में रांची नगर निगम के नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने मीडिया से कहा कि नगर निगम, कचरे को रिसाइकिल करने की योजना बना चुका है। यहां कचरा रिसाइकिलिंग प्लांट लगाया जाएगा। टेंडर हो चुका है। उन्होंने बताया कि जल्द ही झिरी में कचरा निस्तारण का प्लांट लगाया जाएगा। इस प्लांट से बिजली उत्पादन और प्लास्टिक के अन्य सामान बनाने की भी योजना है।