- एमटीपी एक्ट -1971 के बारे में दी गई जानकारी
- राज्य में हर साल 12.5 लाख होते हैं गर्भपात
सासाराम (रोहतास) आई पास डेवलपमेन्ट फाउंडेशन के सौजन्य से स्थानीय जयप्रभा ग्राम विकास मंडल के द्वारा स्थानीय होटल आशीर्वाद इंटरनेशनल में शुक्रवार को महिलाओं एवं किशोरियों के स्वास्थ्य पर कार्य कर रही संस्थाओं के साथ प्रजनन स्वास्थ्य एवं सुरक्षित गर्भसमापन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रतिभागियों को एमटीपी एक्ट-1971 के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसमे बताया गया कि सुरक्षित गर्भ समापन पर आशा, ए एन एम एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं का उन्मुखीकरण किया गया। इस आई पास डेवलप फाउंडेशन स्टेट हेड नीलेश कुमार, राजीव कुमार एवं खुर्शीद ने वहां मौजूद लोगों को बताया कि साँझा प्रयास एक नेटवर्क है जो बिहार और उतरप्रदेश के 10-10 जिलों में 10-10 स्थानीय संस्था के साथ (एसआरएचआर) यौन और प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार, परिवार नियोजन एवं सुरक्षित गर्भपात पर कार्य कर रहा है। उन्होंने इस पर विस्तृत जानकारी दी ।
20 सप्ताह तक गर्भ समापन कराना वैध
आईपास डेवलपमेन्ट फाउंडेशन के राजीव जी ने उपस्थित प्रतिभागियों को एमटीपी एक्ट -1971 कानून पर जानकारी दी | उन्होंने बताया 20 सप्ताह तक गर्भ समापन कराना वैध है। लेकिन 12 सप्ताह के अंदर एक प्रशिक्षित डॉक्टर एवं 12 सप्ताह से ऊपर तथा 20 सप्ताह के अंदर तक में दो प्रशिक्षित डॉक्टर की मौजूदगी में होनी चाहिये । इस दौरान परिस्थिति क्या होनी चाहिए पर विस्तार से चर्चा की गई. साथ ही माहवारी के समय साफ सफाई के संबंध में भी जानकारी दी गयी । उन्होंने सभी संस्था के प्रतिनिधि से आग्रह किया की आप अपने कार्य क्षेत्र में भी इस बिषय पर चर्चा कीजिये ताकि असुरक्षित गर्भपात से होने वाली महिलाओं की मृत्यु एवं मातृ मृत्यु दर कम हो सके। राजीव ने बताया राज्य में हर वर्ष 12.5 लाख गर्भपात के केस सामने आते हैं और इनमे मात्र 8% सरकारी संस्थानों में कराये जाते हैं. देश में मातृ मृत्यु दर का 8 प्रतिशत आंकड़ा असुरक्षित गर्भपात के कारण दर्ज किया जाता है. बी भी एच ए के वरिष्ठ कार्यक्रम पदाधिकारी खुर्शीद एकराम अंसारी ने आई पास डेवलपमेंट फाउंडेशन के कार्यक्रम एवं सांझा प्रयास नेटवर्क के संबंध में वृहत् रूप से जानकारी दी । साथ ही यह भी बताया गया कि 57 एनजीओ को सांझा प्रयास नेटवर्क से जोड़ा गया।
हस्ताक्षर अभियान की हुई शुरुआत
कार्यक्रम के अंत में सांझा प्रयास नेटवर्क के अन्तर्गत हस्ताक्षर अभियान कराया गया। इस अभियान का स्लोगन था हम महिलाओं के प्रजनन, स्वास्थ्य एवं सुरक्षित गर्भपात संबंधित अधिकारों का समर्थन करते हैं.
कार्यशाला में स्लोगन के पत्र पर शामिल प्रतिभागियों ने हस्ताक्षर कर हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की. महिलाओं के प्रजनन स्वस्थ्य, किशोरी स्वस्थ्य एवं सुरक्षित गर्भपात की महत्ता को सारे प्रतिभागियों ने स्वीकारा और समुदाय को जागरूक करने का संकल्प लिया।