सासाराम (रोहतास) स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संगठक कश्मीरी लाल ने सासाराम में प्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि 18-19 सितम्बर को दिल्ली में सम्पन्न होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लिए जाने वाले हैं। कोरोना के तीसरी लहर से बचाव के लिए पूरी दुनिया के लोगों को वैक्सीन लेना आवश्यक है। परंतु बहुराष्ट्रीय कंपनियां पेटेंट के प्रावधानों की आड़ में अपनी मुनाफाखोरी नहीं छोड़ना चाहती हैं। जबकि वौद्धिक संपदा अधिकार के नियम कहते हैं कि वैश्विक महामारी में दवाईयां और टीकाकरण मुफ्त होना चाहिए। मंच ने इसके लिए पूरी दुनियां में एक अभियान चलाया और भारत के सभी 739 जिलों में भागीदारी की। इसी प्रकार दुनियां के 60 देशों ने इसमें हस्ताक्षर करके अपनी सहमति जतायी। लगता है कि यूएनओ की अगली बैठक में पेटेंट फ्री टीकाकरण संभव हो जायेगा। दूसरा विषय पर्यावरण संरक्षण का बहुत बड़ा मुद्दा बनने वाला है। 08 अगस्त 2021 को इंटर गवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) ने जो अपनी छठी अंतरिम रिपोर्ट दी है उसके अनुसार पूरी दुनियां का पर्यावरण बरबादी के कगार पर खड़ा है, इसे कोडरेड कहा गया है। इसके मुताबिक दोनों ध्रुवों के ग्लेशियर तेजी से समाप्त हो रहे हैं। इसी प्रकार जहां कनाडा में 8953 वृक्ष, रूस में 4461 वृक्ष, अमेरिका में 716 वृक्ष और चीन में 102 वृक्ष प्रति व्यक्ति हैं, जबकि भारत में मात्र 22 वृक्ष प्रति व्यक्ति हैं। पर्यावरण की दुरावस्था का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है। इसके अलावा ई-कचरा एवं प्लास्टिक कचरा भी एक बहुत बड़ा खतरा बनता जा रहा है। यूएनईपी की रिपोर्ट की मानें तो प्रति मिनट 10 लाख पानी की बोतलें नदी, नालों और जलाशयों को अवरूद्ध कर रही हैं। इस मामले में परिस्थिति इतनी खतरनाक हो गयी हैं कि प्रति वर्ष लगभग 300 मिलीयन टन प्लास्टिक हम पैदा कर रहे हैं जिसका वजन पृथ्वी पर कुल मानव जाति के वजन के बराबर बनता है। मंच अन्य पर्यावरण संबंधी सरकारी नितियों का सामाजिक अंकेक्षण एवं नीतिगत हस्तक्षेप की योजना बनायेगा। मंच एक अंतरराष्ट्रीय बेबीनार 23, 24 एवं 25 सितम्बर को आयोजित करने वाला है। जिसमें आगामी आर्थिक नीतियों का एजेंडा तय किया जायेेगा। यह बेबीनार तीन विषयों पर केंद्रित होगा। पहला, रोजगार युक्त, दूसरा गरीबीमुक्त और तीसरा समृद्धियुक्त भारत 2030 तक किस प्रकार बन सकता है। इसमें देश के जाने माने उद्योगपति यथा श्रीधर वेंम्बू, टी वी मोहनदासपाई से लेकर योजना आयोग के उपाध्यक्ष डाॅ0 राजीव कुमार और प्रख्यात शिक्षाविद् इसे संबोधित करेंगे। यह एजेंडा भारत की अर्थनीति को प्रभावित करने के लिए कैसे कारगर होगा, इसकी रणनीति इस बैठक में बनायी जायेगी। स्वदेशी भाव को प्रबल बनाने के लिए देश के 39 प्रांतों में प्रांत सम्मेलन सम्पन्न किए जा रहे हैं। दक्षिण बिहार का प्रांत सम्मेलन आज अपराह्न से औरंगाबाद में प्रारंभ होने जा रहा है। कल सायंकाल इसके समापन पर बिहार प्रांत के आगामी कार्यक्रमों की रचना उद्घोषित होगी। इसमें राष्ट्रीय सह संयोजक अरूण ओझा, अखिल भारतीय संघर्षवाहिनी प्रमुख अन्नदाशंकर पाणिग्रही, अखिल भारतीय सह संघर्षवाहिनी प्रमुख वंदेशंकर सिंह, क्षेत्र संयोजक सचिन्द्र बरीयार एवं प्रांत की पूरी कार्यकारिणी हिस्सा लेगी। इस अवसर पर लाल बहादुर दुबे, प्रांत सह- संयोजक, प्रवीण दुबे लक्ष्मी कांत पाण्डेय जिला सह संयोजक, संजय कुमार तिवारी नगर संयोजक, दीपक कुमार केसरी नगर सह संयोजक, रवि शंकर पाण्डेय, रमेश कुमार, अजीत कुमार, श्रीधर पाण्डेय, अटल बिहारी पाण्डेय, विनोद चौबे, अनीश बहादुर गौतम सहित स्वदेशी के कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।