- महंगाई व केंद्र सरकार के नीतियों के विरोध में आप के कार्यकर्ताओं ने दिया ज्ञापन
डेहरी ऑन सोन (रोहतास) आम आदमी पार्टी ने डेहरी विधानसभा प्रभारी गोपाल कृष्ण राय के नेतृत्व में सोमवार को“आम आदमी अधिकार मार्च” निकाला। मार्च अंबेडकर चौक से थाना चौक तक निकालने के बाद प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन अनुमंडल पदाधिकारी, डेहरी को सौंपा तथा ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री बिहार सरकार और जिला पदाधिकारी, रोहतास को भी भेजा गया। ज्ञापन में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के ढुलमुल नीति का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि महंगाई की मार से आज लोग बेहाल हैं। देश की जनता डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस, खाद्य तेल आदि कई आवश्यक वस्तुओं की महंगाई की मार झेल रही है। बिहार में बालू पर लगाए गए भारी – भरकम राजस्व कर के कारण निर्माण क्षेत्र में भी महंगाई बढ़ गई है। कोरोना और लॉकडाउन के कारण काम – धंधे ठप हो गए हैं। प्रति व्यक्ति आय बहुत घट गई है, इस कारण बाजार में बहुत ही मंदी है तथा बहुतों का रोजगार छिन गया है। लॉकडाउन के दौरान व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे पर खर्च में विशेष कटौती नहीं हो सकी। कोरोना काल में किसानों ने अर्थव्यवस्था को बहुत संभाला लेकिन अब वे भी ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। सरकार में बैठे नेता और नौकरशाहों के वेतन, भत्ते, पेंशन आदि बढ़ रहे हैं पर किसान आज भी न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी की लड़ाई लड़ रहे हैं।
क्या है मुख्य मांग:
पेट्रोल, रसोई गैस, खाद्य तेल आदि सभी आवश्यक वस्तुओं के मूल्य वृद्धि को वापस लिया जाए,
कोरोना काल में बंद रहे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की बिजली बिल माफ किया जाए,
बिहार में बालू पर लिए जा रहे भारी – भरकम राजस्व कर को कम किया जाए, किसानों के सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून बनाया जाए, कृषि और किसानों के नाम पर बनाए गए कॉर्पोरेट कानून वापस लिए जाएँ , किसान आंदोलन में विभिन्न कारणों से जान गवाने वाले किसान परिवारों को मुआवजा दिया जाए, किसानों और आन्दोलनकारियों के खिलाफ दर्ज मुकदमें वापस लिए जाएँ।
अधिकार मार्च में आप के नेता सुबेदार दामोदर सिंह, गुलाम कुंदनम, सत्येन्द्र कुमार सत्या, निर्भय कुमार सिंह, गोपाल कृष्ण राय, दीपक कुशवाहा, हेमन्त कुमार, अरविंद तिवारी, उदय पांडेय, रविरंजन कुमार श्रीवास्तव, सोनू भट्ट, संतोष यादव, मंटू निषाद, शंकर मोहिंता, रामजी राम, नवीन कुमार सिंह, शोभा देवी, शांति कुंवर, सोना कुंवर, इरशाद आलम के अलावे अन्य कार्यकर्ता एवं नेतागण शामिल थे।