जिले के इतिहास को आम लोगों के सामने लाने के लिए दिसंबर के पहले सप्ताह में आयोजित होने वाले शाहाबाद महोत्सव की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसके आयोजन के लिए रोहतास और नौहट्टा प्रखंड के अलावा पूरे जिले वासियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। आयोजन समिति के अखिलेश कुमार ने बताया कि ऐतिहासिक किले के अलावा यहां के प्रतिष्ठित प्रर्यटन स्थलों को पूरे देश में पहचान नहीं मिल सका। विध्व पर्वत श्रृंखला के कैमूर पहाड़ी पर स्थित रोहतास गढ़ के अलावा चौरासन मंदिर के साथ साथ शेरगढ़ का किला, शेरशाह सूरी के मकबरे को वैश्विक पहचान दिलाने की पहल शाहाबाद महोत्सव के माध्यम से की जा रही है। इसके लिए रोहतास और नौहट्टा प्रखंड सहित पूरे जिलेवासियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। लोगों ने इसके लिए अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है।
रोहतास प्रखंड मुख्यालय के पास स्थानीय ग्रामीणों ने किले तक जाने के रास्ते में ऐरो चिन्ह बनाकर इसकी शुरूआत की है। उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुरूआत नौहट्टा प्रखंड के बांदू गांव के पास स्थित दशीशानाथ मंदिर के पास सोन आरती से होगी। इस दिन शाम पांच बजे सोन आरती के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर बिहार सरकार के गृह विभाग के विशेष सचिव विकास वैभव मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारी, राजनेता औऱ सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद् भी शामिल होंगे। अगले दो दिन के कार्यक्रम का आयोजन रोहतासगढ़ किले पर किया जाएगा। इसी क्रम में चार दिसंबर को सोन तटीय इतिहास और संस्कृति विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया है। इसी दिन शाम को सोन तटीय इलाके में प्रचलित नृत्य संगीत की प्रस्तुति स्थानीय कलाकार करेंगे। वहीं, पांच दिसंबर को शाहाबाद के महापुरूष और प्रमुख स्थलों से संबंधित तैल्य चित्र प्रदर्शनी और व्यंजनो का स्टाल लगेगा। इस दिन शाहाबाद के गौरवशाली इतिहास और इसके विकास की संभावनाओं पर सेमिनार का आयोजन किया गया है। अखिलेश कुमार ने कहा कि रोहतासगढ़ किले के अलावा पूरे शाहाबाद इलाके के ऐतिहासिक महत्व के स्थलों को सही पहचान नहीं मिल सकी। इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।मुख्यधारा से अभी भी नहीं जुड़ सके कैमूर वासीजिले के रोहतास औऱ नौहट्टा प्रखंड क्षेत्र में कैमूर पहाड़ी का पूरा इलाका आता है। लेकिन आजादी के 70 साल से ज्यादा के समय के बाद भी इनको पूरी तरह मुख्यधारा में नहीं जोड़ा जा सका। आज के बदलते डिजिटल युग में ड्रोन कैमरा लिए युवाओं की फौज किले के पास पहुंच रही है। वनवासी कल्याण आश्रम पूरे देश के आदिवासी समाज के लोगों का जुटान अपने कार्यक्रम में करता है. इस तरह के प्रयास से इलाके के विकास के पहल की उम्मीद की जाती रही है।
आईपीएस विकास वैभव और मनु महाराज ने की थी लोगों को जोड़ने की पहल
बिहार के वर्तमान गृह सचिव औऱ तत्कालीन आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने कैमूर पहाड़ी पर रहने वाले लोगों को मुख्यधारा में लाने की पहल सोन महोत्सव के माध्यम से की थी। लंबे समय तक नक्सल प्रभावित रहे कैमूर पहाड़ी के जंगल अब नक्सली गतिविधियों से काफी दूर है। पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ अब पुरानी बात हो गई लोगों को इन सब के बारे में अब सुनना भी पसंद नहीं है। जिले के सूदूरवर्ती रोहतास और नौहट्टा प्रखंड क्षेत्र में बांदू के ऐतिहासिक दशीशानाथ मंदिर के साथ साथ महादेव खोह का जल प्रताप के अलावा कई अन्य पर्यटन के लिहाज कसे महत्वपूर्ण स्थल है।रोहतास जिले के तत्कालीन एसपी विकास वैभव ने सोन महोत्सव की परिकल्पना को साकार किया था आम लोगों को पुलिस के साथ संबंधों को सामान्य करने में इसने काफी साथ दिया नतीजा नक्सली गतिविधियों को आम लोगों का समर्थन मिलना बंद हो गया। कैमूर पहाड़ पर गतिविधियां पूरी तरह से थम गई।इतिहासकार श्याम सुन्दर तिवारी बताते हैं कि पुरातन काल से ही मानव सभ्यता का विकास इसी इलाके से हुआ है। हमारी कई ऐसी ऐतिहासिक धरोहर है जिसे हम सबको सजों कर रखना है। रोहतासगढ़ किला ऐसा ही एक धरोहर है।आम लोगों में जागरूकता बढाने के लिए गोपाल नारायण सिंह यूनिवर्सिटी और नारायण वलर्ड स्कूल के छात्रों ने ह्यूमन वेलफेयर सोसाइटी के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान भी चलाया था। जिसमें स्थानीय लोगों की भी सहभागिता रही थी।विश्व धरोहर में शामिल है पाकिस्तान का किला, मूल उपेक्षितकैमूर पहाड़ी पर स्थित रोहतासगढ़ किले की प्रतिकृति का निर्माण शेरशाह सूरी ने रावसलपिंडी फतह करने के बाद करवाया था. शेरशाह को इस किले से काफी लगाव था. इस किले को यूनेस्को की विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया जा चुका है। लेकिन मूल किला आज भी अपेक्षित है।अतिथियो के स्वागत के लिए मौजूद रहेगी वोलेंटियर की टीमइस कार्यक्रम में आने वाले अतिथियों के स्वागत के लिए रेहल, ताराडीह और रोहतास प्रखंड मुख्यालय के सामने मेडिकल सुविधाएं के लिए कैंप लगेंगे। इसके अलावा आने वाले अतिथियों के खाने-पीने की भी व्यवस्था होगी। इसके अलावा वोलेंटियर की टीम भी मौजूद रहेगी।