
पहाड़ के बिजली व्यवस्था हुआ ध्वस्त, 52 मे एक सब स्टेशन है चालू
एक लीटर किरासन से नही हो रहा गुजारा
वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री ने किया था उद्घाटन
नौहट्टा।
प्रखंड क्षेत्र के कैमूर पहाडी पर घने जंगलों में स्थित पीपरडीह व रोहतासगढ पंचायत के गांवो की स्थिति काफी बदहाल है। आजादी के इतने वर्षों बाद पचपन गांवो के लोग सरकार की उदासीनता के कारण समस्याओं के मकड़जाल मे उलझकर रह गए है। जब जब लोकसभा व विधानसभा चुनाव आते है प्रत्याशी गांवो में पहुंचकर गरीबी मिटाने की बात करते है। सड़क बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध कराने की बात करते है लेकिन चुनाव जीत कर सत्ता के गलियारे मे पहुंचे जनप्रतिनिधि अपनी गरीबी मिटाने में लग जाते हैं। पहाड़ पर सडक बिजली पहुंचाने के बजाय अपने घरो के गलियारे व हाईमास्क लाईट लगाने मे लगे रहते हैं। बता दें कि वर्ष 2018 में कैमूर पहाडी पर बिजली की व्यवस्था सोलर लाइट से की गई थी। बावन गांवो में सब स्टेशन बनाकर घर घर लाइट पहुंचाया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सब स्टेशन का उद्घाटन रेहल में किया था। लेकिन मुख्यमंत्री के जाने के बाद पुनः वही स्थिति हो गयी। सभी सब स्टेशन आठ माह से खराब पड़े हैं। तीन दिसंबर को सदन मे विधायक मुरारी गौतम के द्वारा मामला उठाने पर रेहल मे सब-स्टेशन को ठीक किया गया। सब स्टेशन की बिजली से विशेष कंपनी का ही बल्ब जलता है दुसरा बल्ब लगाने पर नही जल पाता है। सड़क की स्थिति काफी खराब होने के कारण अधिकारी भी जाना पसंद नही करते। किरासन का तेल एक लीटर ही मिलने के कारण पहाड़ के लोग लालटेन व ढीबरी भी पुरे माह नही जला पाते। जब रात के अंधेरे में मे नाग की फुंफकार चीता की दहाड़ सुनाई देता है तमसो मा ज्योतिर्यगमय का पुकार लगाते है।बिजली की व्यवस्था नही होने के कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी होती है। ग्रामीण बताते हैं कि अंधेरी रात मे जब घर के बाहर फनिक के फुंफकार, रोते सियार तथा दहाड़ते चीता की आवाज से सिर से पैर तक दहल जाता है। स्थानीय मुखिया श्याम नारायण उरांव बताते हैं कि सड़क निर्माण के लिए वन विभाग से एनओसी मिलने की सूचना वर्षो से सुन रहे हैं तथा सडक के किनारे किनारे बिजली पहुंचाने की भी बात होती है लेकिन कोई काम नही होता जिसके कारण हमलोग सत्रहवीं सदी में जीने को मजबूर है।जिला प्रशासन से पहाड़ पर तेल एक लीटर से अधिक बढाने की मांग की ताकि लोग ढीबरी जलाकर भी अंधेरा को दूर कर सके लेकिन कुछ नही हुआ।
कहते हैं अधिकारी
जेई बब्लू ठाकुर ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है।मात्र दो प्लांट बंद है जिसे ठीक करने के लिए इंजीनियर गया है।