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आर एस के पब्लिक स्कूल बस्ती पुर में आज मंगलवार दिनांक 14 दिसंबर को स्वर्गीय रामजग सिंह की 19 वी स्मृति दिवस मनाई गई I इस मौके पर ट्रस्ट के चेयरमैन श्री जितेंद्र सिंह, स्कूल के निदेशक आनंद सिंह ने रामजग सिंह कि प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की I इसके उपरांत विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं सभी शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं ने भी पुष्पांजली अर्पित किया I स्मृति दिवस के अवसर पर रामजग सिंह समावेशी बाल शिक्षा योजना का शुभारंभ स्वर्गीय रामजग सिंह की दूरदर्शी प्रेरणा से किया गया जिसका लोकार्पण मुख्य अतिथि जुडिशल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास श्री चंदन कुमार वर्मा जी के द्वारा किया गया I रामजग सिंह समावेशी बाल शिक्षा योजना के तहत जिस बच्चे को गोद लिया गया वह बस्ती पुर निवासी अफताब अंसारी के पुत्र दिलशाद अंसारी, और जैनुलआब्दीन के पुत्र फैजान अंसारी हैं जिन्हें ट्रस्ट ने आज सांकेतिक रूप से गोद लेकर आर एस के पब्लिक स्कूल को इनकी जिम्मेदारी दसवीं क्लास तक के लिए सौंप दी है इनकी शिक्षण कार्य से लेकर शिक्षण सामग्री एवं अंग वस्त्र तक का सारा खर्च मुहैया ट्रस्ट के माध्यम से विद्यालय में कराया जाएगा I इस सभा में उपस्थित विशेष अतिथि के रुप में राधा संता कॉलेज प्रिंसिपल डॉ अशोक कुमार महिला कॉलेज प्रोफेसर दिग्विजय सिंह डिवाइन पब्लिक स्कूल डायरेक्टर अखिलेश सिंह बिक्रमगंज जिला सचिव चिल्ड्रन प्राइवेट स्कूल चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन समीर कुमार, जिला अध्यक्ष रोहित वर्मा प्रखंड अध्यक्ष अरविंद भारती कोषाध्यक्ष अनिल शर्मा डीएसपी बीएमपी दशरथ यादव बीएमपी पुलिस एसोसिएशन चेयरमैन धीरज यादव अनुमंडल वरिष्ठ अधिवक्ता प्रदीप कुमार सिंह मनोज सिंह “अज्ञानी “कपिल मुनि सिंह बस्ती पुर ग्राम मुखिया बिंदा चंद्रवंशी जी एवं सभी वरिष्ठ नागरिक ग्रामवासी स्वतंत्रता सेनानी जैसे महान लोगों ने इस सभा में भाग लेकर राम जग सिंह के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और रामजग सिंह समावेशी बाल शिक्षा योजना की तारीफ कीI उक्त अवसर पर रामजग सिंह मेमोरियल ट्रस्ट के ट्रस्टी राकेश रौशन सिंह एवं संजय गुप्ता भी उपस्थित रहे एवं पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की सराहना की I रामजग सिंह समावेशी शिक्षा योजना का मुख्य उद्देश्य है अत्यंत गरीब और वंचित असहाय वर्ग के बालक बालिकाओं को शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ना विशेष करके बालिकाओं की शिक्षा को प्राथमिक श्रेणी में रखना दिव्यांग जनों में आत्मनिर्भरता के विकास के लिए प्रयासरत रहना गरीब असहाय बच्चों को स्कॉलरशिप के माध्यम से मेधावी योजना का लाभ देना प्रत्येक साल 200 जनों को वर्ष शीतकाल सत्र में कंबल वितरण के माध्यम से सहायता करना अल्पसंख्यक वर्ग के बालक बालिकाओं को शिक्षित करने की दिशा में अग्रसर रहने का प्रयास करना ग्रामीण क्षेत्रों में नियत रूप से जनसंपर्क के माध्यम से गरीब परिवार के बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना
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