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- इसके उत्पादन से महिला होगी स्वरोजगार
बिक्रमगंज (रोहतास) स्थानीय शहर के कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज रोहतास में 13 से 17 दिसंबर तक पांच दिवसीय मशरूम उत्पादन विषय प्रशिक्षण का आयोजन हुआ। पहले दिन मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम तहत प्रखंड-सूर्यपुरा जीविका समूह से 15, काराकाट से 11 जीविका दीदी व संझौली से जीविका समूह की पांच जीविका दीदीयों ने भाग लिया। इस अवसर कृषि वैज्ञानिक एवं प्रधान आर०के० जलज ने किसानों संबोधित कर बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा रोजगार सृजन में मशरूम उत्पादन एक महत्वपूर्ण आयाम है। इससे महिलाएं घर बैठे मशरूम बनाकर रोजगार एवं आमदनी ले सकती हैं। जिसको महिला किसान मशरूम के विभिन्न उत्पादों को बनाकर आगे बढ़ने की प्रेरणा ले सकती है। कार्यक्रम में उपस्थित डॉ० रमाकांत सिंह ने किसानों को बताया कि बटन मशरूम कैसे तैयार किया जा सकता है। बटन मशरूम के लिए केसिंग कैसे करेंगे। कौन-कौन से तत्व बटन मशरूम की उत्पादन में लगेगा तथा यह एक बार खाद बन जाने पर लगभग इसका पूरे सीजन उपयोग किया जा सकता है। एक कुंटल खाद से लगभग 80 किलो बटन मशरूम तैयार किया जा सकता है। इस अवसर पर डॉ० रतन कुमार ने ओस्टर मशरूम तैयार करने की विधि व प्रायोगिक प्रशिक्षण कराये जाने की जानकारी दी। जिसके लिए पांच किलो भूसा से एक बैग तैयार होने पर लगभग 4 से 5 किलो ऑस्टर मशरूम तैयार होगी। इस मशरूम को सुखाकर पेड़ों, लड्डू , विभिन्न प्रकार के मिठाई, खीर, हलवा, सेवई, विटामिन पाउडर इत्यादि बनाए जा सकते हैं। इस अवसर पर कुमारी प्रदर्शनी, राजमणि देवी, जानकी देवी, नूरे सा खातून, पूनम देवी, कंचन देवी सहित अन्य प्रतिभागियों ने भाग लिया।
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