
खुखमा घाटी के जर्जर होने से संपर्क कटा ,
मरम्मत से चार सौ गांव बिहार युपी के जुड जाऐंगे
नौहट्टा संवाददाता ।
प्रखंड क्षेत्र के चुटिया से अधौरा (कैमूर) जाने वाली खुखमा घाट जर्जर होने से कैमूर जिला के साथ साथ यूपी से भी संपर्क कट गया है। घाटी मे अब सिर्फ पैदल आवागमन रहने से बहुत कम लोग इस रास्ते से गुजरते हैं। पहले जब रास्ता ठिक था तब ट्रैक्टर व अन्य गाड़ी आती जाती थी जिससे युपी के सोनभद्र जिला कैमूर जिला का मुख्यालय भभुआ व ताराचंडी की दूरी पचास किमी की परिधि मे थी तथा व्यापक पैमाने पर व्यापार होता था लेकिन रास्ता खराब होने से भभुआ की दूरी दो सौ किमी से अधिक हो जाती है। वर्ष 2006 के पहले बिहार यूपी के चार सौ गांव एक दुसरे के संपर्क मे थे तथा वस्तुओं का आदान प्रदान करते थे। सड़क के खराब होने के बाद एक दूसरे से संपर्क कट गया। सिर्फ खुखमा घाटी (करीब 5किमी)की मरम्मत कर दी जाए तो चार सौ पहाड़ी गांव एक दूसरे के संपर्क मे आ जाऐंगे। बता दे कि पहाड़ पर स्थित गांव मे नब्बे प्रतिशत आदिवासी ही रहते हैं। इसके अलावा गुप्ता धाम मेला मे खुखमा घाटी होते झारखंड के एक लाख से अधिक लोग जाते है। खुखमा घाट मरम्मती के लिए नौहट्टा व रोहतास के एक विशिष्ट कमीटी के सदस्य अरूण कुमार चौबे रामनाथ सिंह बब्लू पाठक वकील खरवार ने पर्यावरण वन व जलवायु मंत्री नीरज कुमार सिंह से मिलकर समस्या को बताया। पर्यावरण मंत्री ने उक्त घाटी को मरम्मत करने का अश्वासन दिया है।