-बिहार के ये DFO वनवासियों के जीवन को बदलने की चला रहे हैं मुहिम, जानिए कैसे
विनय कुमार पाठक, रोहतासगढ़। रोहतास के डीएफओ प्रद्यूमन्न गौरव ने अपनी कार्यप्रणाली से कैमूर पहाड़ी के ग्रामीणों का दिल जीत लिया है। जीवन बदलने औऱ इसे आसान करने का प्रयास की लोग काफी प्रशंसा कर रहे हैं। दरअसल, रोहतास-रेहल-अधौरा सड़क मार्ग पर मानू गांव के पास जर्जर छलका का वन विभाग ने निर्माण करवाया है। जिससे रोहतास औऱ नौहट्टा प्रखंड के दो पंचायतों के 21 गांवों सहित तीन दर्जन टोलो के लोगों को सड़क पर आवागमन में सुविधा होगी। भारी बारिश के कारण इस छलके के नीचे की मिट्टी पिछले साल अगस्त के महीने में पूरी तरह बह गई थी। जिस कारण यहां की पुलिया टूट गई थी।
पुलिया टूट जाने से यहां दुर्घटना का आशंका बन गया था जिसे लेकर वनवासियों ने छलका बनवाने की मांग की थी। जिसके बाद डीएफओ प्रद्यूम्न गौरव और वन क्षेत्र पदाधिकारी शिवनंदन चौधरी के प्रयास से इसके निर्माण की पहल शुरू की गई। कैमूर पहाड़ी पर बने इस सड़क मार्ग से रोहतास और कैमूर जिले का संपर्क होता है। ग्रामीणों की मांग पर तारडीह गांव के पास स्थित मानु गांव से पास टूटे छलके का निर्माण किया गया है।
डीएफओ ने बताया कि इस सड़क मार्ग पर क्षतिग्रस्त दो अन्य पुलिए के निर्माण के लिए विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने कहा कि स्वीकृति मिलने पर इसका भी निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। पुलिए साप्ताहिक बाजार लगने वाले बरकट्टा के समीप दुर्गावती नदी और रेहल में प्रस्तावित हैं।
24 गांवों व तीन दर्जन टोले वासियो के लोगों के लिए आसान होगा सड़क संपर्क।
अधौरा को जोड़ने वाले इस सड़क मार्ग पर छलका के निर्माण से पहाड़ी पर स्थित रोहतासगढ़ और पिपराडीह पंचायत के दो दर्जन गांवों तीन दर्जन टोले पर बसने वाले ग्रामीणों को आवागमन में आसानी होगी। इस मार्ग पर बारिश के दिनों में पानी आने के कारण सड़क संपर्क पूरी तरह बंद हो जाता था। जिस कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता था। यातायात में सुबिधा मिलेगी। बारिस के समय सड़क के छलका पर पानी आ जाने के कारण यातायात बन्द हो जाता था।
दो दर्जन गांव के लोगों की परेशानी होगी कम
छलके के निर्माण से रोहतास औऱ नौहट्टा प्रखण्ड के बंडा, सलमा, कुब्बा, रेहल, सोली, पिपराडीह, बुधुआ, धंसा सहित अन्य गांवों और टोलों के लोगों को काफी सुविधा मिलेगी। अब लोगों को रोहतास और अधौरा तक आना जाना आसान होगा।
जानिए क्या कहते हैं समाजसेवी और राजनीतिक दल के नेता
समाजसेवी बसंत सोनी ने कहा कि यातायात के मामले में पहाड़ी गांव पिछड़ा हुआ है।इन गांवो में वन विभाग के प्रयास से आवागमन के हित में सार्थक कार्य हुए है।
बीजेपी नेता अजय देव और अलबेला मिश्रा ने इसके लिए डीएफओ को बधाई देते हुए कहा कि पहाड़ी इलाके के लोगों की समस्या को दूर करने के लिए जो प्रयास अधिकारी ने किया है वह सराहनीय है.