
डिजिटल टीम, डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। भीषण गर्मी और लू के दौरान भरी दोपहरी में छात्र ट्यूशन सेंटर और कोचिंग संस्थान में जाने को मजबूर हैं। प्रशासनिक स्तर पर इनके समय सारिणी को लकर किसी भी तरह का आदेश जारी नहीं हुआ है। प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि विशेष परिस्थिति में जिले के डीएम इसके लिए आदेश जारी करते हैं। लेकिन इस संबंध में छात्र-छात्राओं या अभिभावकों को संबंधित अधिकारी को आवेदन देना चाहिए। दरअसल, रोहतास जिले में तापमान कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पारा 42 डिग्री से ऊपर है औऱ तपती गर्मी में भरी दोपहरी में कई कोचिंग संस्थान और ट्यूशन सेंटर खुले हुए हैं। बच्चों को दोपहर में क्लास करने के लिए बाध्य किया जा रहा है। अभिभावक पढाई में बाधा न हो इसके लिए कोचिंग संस्थानों के खिलाफ खुलकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
लापरवाही बच्चों के साथ खिलवाड़
सामाजिक कार्यकर्ता संतोष उपाध्याय का कहना है कि इस तरह की लापरवाही बच्चों के स्वास्थ्य के लिए सही नहीं हो सकती है। उनका मानना है कि स्वविवेक के आधार पर कोचिंग संस्थानों को कम से कम तपती दोपहरी में क्लास का संचालन बंद करना चाहिए।
17 जून को मानसून आने का है अनुमान
मौसम विभाग का मानना है कि दक्षिण बिहार में 17 जून तक मानसून दस्तक दे सकती है। जिससे आम लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।