
नौहट्टा (रोहतास)। पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। लेकिन रोहतास जिले के दक्षिणी छोर पर स्थित नौहट्टा प्रखंड के कई गांव आजादी के 70 साल बाद भी मोबाइल नेटवर्क की समस्या से जुझ रहे हैं।प्रखंड क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की समस्या को दूर करने के लिए सांसद प्रतिनिधि प्रणव पाण्डेय ने दूरसंचार विभाग से मांग की है। उन्होंने कहा है कि बीएसएनएल की सेवाएं विभिन्न पंचायतों में सही तरीके से काम नहीं कर रही है। इस कारण ग्रामीणों, प्रशासनिक पदाधिकारियों, छात्रों और सरकारी कर्मचारियों को भी समस्या का सामना करना पड़ता है।
कैमूर पहाड़ी पास होने के कारण मैदानी भागों में नेटवर्क की समस्या
पहाड़ी क्षेत्र के पास होने के कारण मैदानी भागों में स्थित गांवों में नेटवर्क की समस्या बरकरार है। उन्होंने तिउरा पंचायत के चुटिया, भदारा पंचायत के खैरवा खुर्द और आस पास के गांव, जयंतीपुर पंचायत के निमहत, सोन नद के किनारे स्थित उल्ली बनाही पंचायत के उल्ली गांव और शाहपुर पंचायत में मोबाइल नेटवर्क की समस्या को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि इस समस्या को दूर करने से लगभग 40 किलोमीटर दूर तक के लोगों को सूचना तंत्र से जोड़ने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि 11 टावर लगाने की मांग की गई थी। जिसमें 1 टावर लगाय़ा गय़ा है। फिलहाल नौहट्टा प्रखंड क्षेत्र में बीएसएनएल के अलावा एयरटेल, वोडाफोन और रिलायंस जीओ का नेटवर्क काम कर रहा है।
पहाड़ी क्षेत्र में भी मोबाइल नेटवर्क की समस्या है बरकरार
कैमूर पहाड़ी के रोहतास और नौहट्टा प्रखंड के पिपरडीह और रोहतास गढ़ पंचायत क्षेत्र में आने वाले 40 गांवों और टोलों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या बरकरार है। इस समस्या को दूरसंचार विभाग ने जल्द दूर करने का वादा किया है। फिलहाल वहां के लोगों को काफी मुश्किल से मोबाइल से संपर्क करने में सफलता मिलती है। पहाड़ पर रिलायंस जिओ, एयरटेल और बीएसएनएल की सेवाएं स्थानीय ग्रामीण उपयोग में लाते हैं। लेकिन अभी भी नेटवर्क की समस्या से लोगों को दो चार होना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पहाड़ी गांवों में यूपी, झारखंड का नेटवर्क काम करता है। जिससे लोग संपर्क कर पाते हैं। फिलहाल रेहल और सोली में बीएसएनएल का मोबाइल नेटवर्क काम कर रहा है. रोहतास किला घूमने आने वाले पर्यटकों को भी किला पर मोबाईल नेटवर्क नही मिलने से परेशानी होती है।
