
सासाराम (रोहतास) जिलाधिकारी रोहतास धर्मेन्द्र कुमार द्वारा जिलास्तरीय, क्षेत्रीय पदाधिकारियों के जांच दल के साथ जिले के सबसे सुदूरवर्ती एवं पर्वतीय प्रखंड नौहट्टा में सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी एवं विकासपरक योजनाओं के धरातलीय क्रियान्वयन की गहन जांच की गई। जिलाधिकारी सुबह जांच टीम के साथ नौहट्टा पहुंचे और सभी जांच दलों की ब्रीफिंग कर उन्हें 9.30 बजे प्रातः से ही प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के लिए रवाना कर दिया। तत्पश्चात उन्होंने नौहट्टा प्रखंड के पंडुका में सोन नदी पर बन रहे पंडुका पुल का स्थलीय जायजा लिया गया। जहां जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य मे रत कंपनी को कई निर्देश दिए। उन्होंने सुदूरवर्ती पंचायत तियरा कलां का भी निरीक्षण किया गया जहां के स्वास्थ्य उप केंद्र का भी उन्होंने निरीक्षण किया।
ज्ञातव्य है कि उक्त स्वास्थ्य उप केंद्र से टेलीमेडिसिन द्वारा भी रोगियों को परामर्श दिया जाता है।वहां एएनएम की उपस्थिति एवं उनके सेवा भाव की जिलाधिकारी ने प्रशंसा की तथा उसे अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए अनुकरणीय बताया।
तत्पश्चात जिलाधिकारी प्रखंड के अन्य पंचायतों का निरीक्षण करते हुए राजकीय मध्य विद्यालय परछा पहुंचे, जहां उन्होंने बच्चो को स्वयं पढ़ाया। वहां उन्होंने बच्चों से उनकी कक्षा में जाकर इंटरैक्ट किया और उनसे कई सवाल पूछे। जिलाधिकारी बच्चों के गणित विषय के ज्ञान और शिक्षण से संतुष्ट दिखे पर बच्चों के अंग्रेज़ी विषय के ज्ञान को कमजोर पाया। इस निमित्त उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अंग्रेज़ी के बेहतर शिक्षक का पदस्थापन राजकीय मध्य विद्यालय परछा में किया जाना सुनिश्चित करें। इसके बाद जिलाधिकारी ज़िले के तथा राज्य के अंतिम छोर पर अवस्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बेल्दूरिया पहुंचे जहां विद्यालय के निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने बच्चों के साथ पंक्ति में बैठकर मध्याह्न भोजन भी ग्रहण किया। अपने जांच के क्रम में जिलाधिकारी ने नल/जल योजनाओं की भी जांच की एवं पर्वतीय इलाकों के लिए अधिक क्षमता वाले पंप लगवाने एवं आवश्यकतानुसार डीप बोरिंग करवाने का निर्देश कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण को दिया ताकि भूगर्भ जल को सफलतापूर्वक अधिक ऊंचाई तक ले जाया जा सके।
यूपी सीमा पर बोर्ड लगाने का दिया निर्देश
जिलाधिकारी नौहट्टा प्रखंड के अंतिम छोर तक गए जो संयोगवश ज़िले का तथा राज्य का भी अंतिम छोर है और उसके बाद उत्तर प्रदेश राज्य का सोनभद्र जनपद आ जाता है।उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सीमा पर बिहार राज्य का बोर्ड लगवाने का भी निदेश दिया जिस प्रकार उत्तर प्रदेश की ओर बोर्ड लगा था। पुनः नौहट्टा प्रखंड मुख्यालय वापस आकर जिलाधिकारी ने सभी जांच दलों से उनके जांचों की प्रारंभिक रिपोर्टें प्राप्त कर उनकी समीक्षा की एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए एवं कार्य मे शिथिलता/लापरवाही बरतने वाले कर्मियों से स्पष्टीकरण एवं अन्य अनुशासनात्मक कार्रवाई का भी निर्देश दिया गया जो निम्नवत हैं।
वेतन निकासी पर लगाई रोक
|प्रखंड के शाहपुर पंचायत, तिलहर पंचायत तथा अन्य पंचायतों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र में पंजी संधारण संबंधी अनियमितता को लेकर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी नौहट्टा, सुश्री सीमा कुमारी से कारण पृच्छा करते हुए अगले आदेश तक उनके वेतन निकासी पर रोक लगाई गई।
मनरेगा योजना अंतर्गत वृक्षारोपण तथा अन्य योजनाओं में अनियमितता को लेकर कार्यक्रम पदाधिकारी, मनरेगा तथा पंचायत रोजगार सेवक, शाहपुर पंचायत का अगले आदेश तक वेतन पर रोक लगाई गई। सूरज खुर्द पंचायत अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केंद्र की सहायिका पुष्पा देवी की अनुपस्थिति की शिकायत स्थानीय लोगों द्वारा प्राप्त हुई जिसको लेकर इनसे कारण पृच्छा करते हुए अगले आदेश तक उनके वेतन पर रोक लगाई गई। साथ ही असंतोषजनक जवाब प्राप्त होने पर उनके चयन मुक्त करने की भी कार्रवाई की जाएगी।आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन की जो समय अवधि है वह 10:00 बजे से 2:00 बजे तक किए जाने का निर्णय लिया गया है। जांच के क्रम में दो जन वितरण प्रणाली दूकान बंद पाए गए जिनसे कारण पृच्छा करते हुए उनकी अनुज्ञप्ति रद्द करने की कार्रवाई भी की जाएगी। नौहट्टा प्रखंड में वर्ष 2021 में विभिन्न स्थानों पर चापाकल लगाए गए थे परंतु कई स्थानों से चापाकलों के खराब होने की शिकायत प्राप्त हुई है। इस संबंध में कनीय अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, ईश्वरी प्रसाद के वेतन निकासी पर अगले आदेश तक रोक लगाई गई है। साथ ही कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, समी अख्तर को निर्देश दिया गया कि उक्त कनीय अभियंता के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई प्रारंभ की जाए।
ज्ञातव्य है कि कुल 46 वार्डों में विभिन्न पेयजल योजनायें संचालित हैं जिनकी क्रियाशीलता के संबंध में अगले दो दिनों में प्रतिवेदन उपलब्ध कराने हेतु प्रखंड विकास पदाधिकारी नौहट्टा को निर्देश दिया गया है। सात निश्चय अंतर्गत नल जल योजना में प्राप्त शिकायतों तथा प्रखंड अंतर्गत जल संकट को देखते हुए नियमित जलापूर्ति हेतु वार्डों में अधिक चापाकल स्थापित करने तथा नल जल योजना को अगले 1 सप्ताह के अंदर क्रियाशील करने हेतु जिला पंचायती राज पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है।
