सासाराम (रोहतास) जिले के शिवसागर थाना दलालों और बिचौलियों के चंगुल में है। दलाल किस्म के लोग अक्सर ही यहां मंडराते हुए नजर आ ही जायेगें। लोगों का आरोप है कि यहां सरकार की सख्ती के बाद भी यहां कुछ दारोगा एवं सिपाही सीधे तो कुछ दलालों के माध्यम से अपने हाथ की पैसा टेकते हैं और लेते हैं। इससे खाकी वर्दी वाले साहब दागदार हो ही रहें हैं साथ ही पुलिस से भी लोगों का विश्वास धूमिल हो रहा है। यहां कई छोटे मोटे दलाल भी अपनी भूमिका निभा रहे हैं।आरोप है कि यहां एफआईआर दर्ज करने और फैसले के नाम पर भी खर्चा मांगा जाता है।
सूत्रों का दावा है कि यहां अभी ऐसा कई दरोगा हैं जो खाकी वर्दी को दागदार कर सरकार की साख को भी बट्टा लगाने में तुले हुए हैं।जानकार बताते हैं कि इस थाना में कोई भी मामला हों पैसा के लेन देन के बाद ही सुनवाई होती है।आम आदमी का यहां ध्यान नहीं होने के कारण भ्रष्टाचार का बोलबाला लगातार बढ़ रहा है। जो आदमी भी कोई काम थाना से है तो पहले ही पैसा का लेन-देन के लिए अपना सेटिंग में लग जाता है। क्योंकी थाना का मतलब पैसा के साथ पैरवी होगा तो ही काम हो पायेगा। नहीं तो नहीं होगा। कहना कतई गलत नहीं है कि जिन पुलिस थानो पर दलाल की घुसपैठ ज्यादा होगी वहां पर पुलिस की आमदनी भी ज्यादा होगी। लोगों को कहना है कि थाना अगर अपने ईमानदारी से अपना काम करें तो चोरी डकैती होना तो दूर कोई मंदिर से एक चप्पल भी गायब नहीं होगा। शिवसागर थाना क्षेत्र में नजर इस थाने में पड़ती है कि नहीं।