
सासाराम (रोहतास) बारिश की कमी से धान की फसल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं कभी कभार हुई हल्की बारिश से सूखे पड़े खेतों में नमी आते ही खरपतवार से भर गए हैं। जिससे यदा कदा तैयार धान के बिचड़े को रोपाई करने में बारिश नहीं होने से किसानों को और परेशानी बढ़ गई है। किसान एवं पूर्व मुखिया अभय राय, दिनेश सिंह, जितेंद्र राय, निर्भय पांडेय, अखिलेश राय सहित अन्य किसानों ने बताया कि धान का बिचड़ा तो किसी तरह पंपसेट से पटवन कर बचा लिया जाएगा। लेकिन आने वाले कुछ दिनों में वर्षा नहीं हुआ तो खेती नहीं हो पाएगा जिससे किसानों के सामने गहरा संकट उत्पन्न हो सकता है।धान का बिचडा लगभग एक माह से अधिक समय का हो गया है। किसानों के समक्ष संकट पैदा हो गयी है कि अगर समय पर धान के बिचडो की रोपनी नहीं करेंगे तो पैदावार प्रभावित होगी। वहीं दूसरी ओर पंप सेट के माध्यम से किसान रोपनी करेंगे तो लागत इतनी ज्यादा बढ जाएगी की किसानों को उसका भरपाई करना संभव नहीं रह पायेगा। वर्तमान में तेज धूप निकल रही जैसे अप्रैल-मई का महिना हो धरती जल रही है। प्राप्त जानकारी अनुसार इस सप्ताह बारिश की संभावना संभावना नहीं है। कमोवेश ऐसा ही मौसम बना रहेगा। यथा स्थिति बता रही है फिलहाल अभी इस जगह मानसून कमजोर है। बताते चलें कि रोहतास जिले के अधिकांश प्रखंडों में धान की रोपनी के लिए बिचड़ा तैयार हो गया है।धान का बिचडा लगभग एक माह से अधिक का हो गया है। किसान वर्षा का इंतजार कर रहे हैं ताकि खेतों की ठीक से जोताई कर धान की रोपनी कर सकें लेकिन वर्षा नहीं होने के कारण रोपनी नहीं हो पा रही है। ज्यादा विलंब से रोपनी होने पर धान की पैदावार भी प्रभावित हो सकती है।
