
करगहर (रोहतास) जिले में फूड प्वाइजनिंग का बड़ा मामला सामने आया है। घटना करगहर थाना क्षेत्र के खनैठी गांव की है जहां समोसा खाने से 60 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं। बुधवार को सभी को इलाज के लिए सासाराम के सदर अस्पताल लाया गया है। बीमार लोगों में 14 से अधिक बच्चे हैं, इसके अलावा महिलाएं भी शामिल हैं। एक साथ इतने लोगों के बीमार होने से अफरातफरी मच गई। स्वास्थ्य विभाग से लेकर जिला प्रशासन तक अलर्ट मोड में आ गया। आनन-फानन में अफसर अस्पताल पहुंचने लगे। डॉक्टर फूड प्वाइजनिंग की वजह मिलावटी तेल होना बताया है। बीमार सभी लोग एक ही गांव के हैं। बीमारों में बच्चों से लेकर अधेड़ भी शामिल हैं। दो लोगों का नारायण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है। सदर अस्पताल के डॉ सिद्धार्थ राज ने बताया कि रात एक बजे से ही मरीज एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचने लगे। मरीजों के आने का सिलसिला सुबह सात बजे तक चलता रहा। अस्पताल का पीडियाट्रिक वार्ड, ट्रामा सेंटर व कोरोना वार्ड सब मरीजों से भरा पड़ा है। सूचना मिलते ही सिविल सर्जन डॉक्टर केएन तिवारी ने मेडिकल टीम को अलर्ट कर दिया। एसडीओ मनोज कुमार और एसडीपीओ संतोष कुमार राय ने सदर अस्पताल पहुंचकर जांच-पड़ताल में लग गए। बताया जाता है यहां तक कि दुकानदार और उसके दो बेटे भी बीमार हो गए है, जो अस्पताल में भर्ती हैं। पूछताछ में दुकानदार ने बताया कि मंगलवार को ही उसने करगहर बाजार से 15 लीटर का सील बंद सरसो तेल लाया था। उसी से समोसा-पकौड़े तले थे। पुलिस उक्त डीलर अजय साह से भी पूछताछ कर रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार की शाम गांव में मोहर्रम को लेकर जुलूस निकाला गया था, जिसमें गांव में ही मेले जैसे दुकान सजे थे। उसी में एक व्यक्ति द्वारा समोसे की दुकान लगाई गई थी। जिससे सभी गांव के लोगों ने समोसे खरीद कर अपने-अपने घर ले गए ताकि अपने परिवार के साथ समोसे खाएंगे। समोसे खाने के बाद मंगलवार की देर रात एक एक कर समोसा खाने वाले सभी लोगों की तबीयत से बिगड़ने लगी। सभी को आनन-फानन में करहगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां से इन्हें प्राथमिक इलाज के बाद रेफर कर दिया गया।