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नौहट्टा। प्रखंड क्षेत्र के जलस्तर काफी नीचे खिसकने से आफत का पहाड़ टूट पड़ा है। इस साल बिजली साथ दे रही हैं लेकिन जलस्तर काफी खिसक जाने से मोटर पंप पानी उगलना बंद कर दिया है। दारानगर के सरपंच रामप्रवेश पासवान, अमरेंद्र चौधरी, ध्रुव पाठक यमुना सोनी बनारसी चौधरी भदारा के मुक्तेश्वर सिंह खैरवा के विजय सिंह तिउरा के हरेंद्र सिंह आदि दर्जनों किसानों का बोरवेल फेल कर गया जिससे मोटर पानी नही दे रहा है। जो बोरवेल चालू उस मोटर के पंखी का तीन चार छेद बंद कर के चल रहा है जिसके कारण बहुत कम पानी दे रहा है। प्रखंड मे चालीस प्रतिशत रोपनी हो पाया है लेकिन बोरवेल मे पानी नही होने के कारण अन्नदाताओ पर आफत का पहाड़ टूट पड़ा है।
किसानो को उम्मीद थी कि सावन के महीने मे जलस्तर ठीक हो जाएगा लेकिन ठीक होने के बजाय और खिसक गया। भादो के महीने में लू का असर दीख रहा था। किसानो ने बताया कि पानी के अभाव मे रोपे गए धान को बचाना भी संभव नही है। यह मौसम धान मे कल्ले निकलने का है लेकिन पानी के अभाव मे कल्ले निकलना संभव नही है। पानी को कहीं से डालना भी खेतो मे संभव नही है। 1966 मे भी ऐसीबुरी स्थिति नही हो पाई थी।
जलस्तर इसी तरह खिसकता रहा तो पेयजल संकट भी दसहरा तक हो जाएगा। रात दिन बारिश के लिए किसान ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं। कृषि समन्वयक विजय गुप्ता अजय शर्मा आदि बताते हैं कि पर्यावरण प्रदुषण के कारण मौसम गडबड है। जंगल की बेतहाशा कटाई के साथ प्रदुषण बढने के कारण मौसम अनियमित हो जा रहा है। जिप सदस्य सुदामा राम ने नौहट्टा व रोहतास प्रखंड को सुखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की मांग की है। जिप सदस्य ने बताया कि जिला के धान की रोपनी का प्रतिशत भेजने मे नौहट्टा रोहतास का औसत प्रतिशत गडबड हो जाता है। इसलिए नौहट्टा रोहतास का अलग रिपोर्ट भेजने की मांग भी की गयी है।
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