थाना चौक पर सबेरे सबरे पत्रकार कुमार रंजन जी मिलें औऱ इस बार चुनावी जीत का अनुमान लगाना शुरू कर दिया। उनका मानना है कि आरती गुप्ता को करीब 60 हजार मत मिलेंगे। जबकि गुड्डू चौधरी के समर्थन में 42 हजार मत पड़ने जा रहे हैं। खैर कुछ देर के बाद उऩ्होंने जीत का सेहरा नंदन गुप्ता की पत्नी को पहना दिया। बातों बातों में उन्होंने कहा कि गुड्डू चौधरी आज तक कोई भी चुनाव नहीं हारे हैं। चुनावी बिगुल फुंका गया और वे पहले नंबर से दूसरे नंबर पर चले गए। मत प्रतिशत का आंकलन करने को रंजन जी तैयार नहीं थे। उनका साफ कहना था कि गुप्ता मतों में सेंधमारी संभव नहीं है। सब्जी और लौकी के दामों से फिर से चुनावी चर्चा मंजीत सिंह के चुनावी रणनीति पर आ टिकी। उन्होंने कहा कि मंजीत को मैदान छोड़कर नहीं भागना चाहिए था। वैसे भी विधायक से राजनीतिक सलाहकारों के कारण दूरी बनी। मामला निपटाया जा सकता था। दूसरे बकैत हां में हां मिला रहे थे। उनका कहना था कि विधायक के कारण डेहरी सौभाग्य वाली बीमारी से ग्रसित है। इस कारण विकास की अमुल्य धारा बह रही है।
वैसे पूर्व विधायक समर्थित एक महिला उम्मीदवार को जीत का माला पहनाते रंजन के मित्र अनमोल पहुंच गए। पूराने साथी की चुनावी रणनीति को सराहा और कहा कि डेहरी के लोग इसी उम्मीदवार के समर्थन में खड़े होने जा रहे हैं। खैर मैंने अपना बोड़िया बिस्तर थाना चौक से बांधा और वहां से रफ्फूचक्कर हो गया।