
सासाराम (रोहतास) केन्द्र सरकार के द्वारा रेलकर्मीयो॔ संग भेदभाव नीति अख्तियार करने सहित कई विभिन्न ज्वलंत समस्याओं का समाधान नही होने से नाराज रेल कर्मचारीयों ने मंगलवार को रेल पथ कार्यालय डेहरी ऑन सोन के प्रांगण में केन्द्र सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए जमकर नारेबाजी की और उसे श्रमिक विरोधी बताया। इस अवसर पर ईसीआरकेयू उपाध्यक्ष वीरेंद्र पासवान ने केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री, मंत्री से लेकर सांसद-विधायक तक को पेंशन मिल रही है।जबकि श्रमिकों को जबरदस्ती न्यू पेंशन स्कीम में शामिल किया गया है। यह भेदभाव नीति श्रमिकों के मौलिक अधिकारों पर हनन करती है। जिसे तत्काल खत्म कर सभी कर्मचारीयों को पुरानी पेंशन दी जानी चाहिए। यह विडंबना ही है कि रेलवे भर्ती सेल से चयनित सभी रेलकर्मीयों खासकर ट्रैकमेनटेनर को पदोन्नति में सरकार एक समान मौका नही देती। यह ज्यादती है इनको ओपन टू आल का लाभ दिया जाना चाहिए। श्री पासवान ने कहा कि ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन व ईसीआरकेयू रेलकर्मियों के हितों से जुड़े कई महत्वपूर्ण मांग बार बार विभिन्न बैठकों में उठा रही है। पर चर्चा के उपरांत भी सरकार के द्वारा कोई सार्थक समाधान अभी तक नही निकाला गया है। इस उदासीनता और मनमानी के खिलाफ कल 12 अक्टूबर को रेलकर्मीयों के द्वारा एक दिवसीय भूख हड़ताल की जाएगी।
वहीं ईसीआरकेयू सचिव एसपी सिंह ने कहा कि इस भूख हड़ताल सह विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में बडी संख्या में रेलकर्मी शामिल होकर अपनी मांगों के संघर्ष को एक नई शक्ति और दिशा देंगे। विरोध प्रदर्शन में विजय बहादुर, दिनेश प्रसाद, धर्मेंद्र कुमार, अमरेश यादव, अभिषेक कुमार, जीतेश कुमार, हितेश कुमार, संजय कुमार, मनोज कुमार, नागेंद्र कुमार, ज्योति कुमार, सुमीत कुमार, अजय कुमार, विकास कुमार, हैदर खान, रितेश कुमार, जीतेन्द्र कुमार, देव कुमार राम, सुरेन्द्र यादव, प्रमोद यादव सहित बड़ी संख्या में रेलकर्मी उपस्थित थे।