
कार्यालय प्रतिनिधि, पटना. शराब के अवैध कारोबार मामले में गया सेंट्रल जेल में विचाराधीन कैदी की मौत हो गई है। जेल अधीक्षक ने पुष्टि करते हुए बताया कि रविवार को कैदी की तबियत खराब होने की सूचना के बाद उसे चिकित्सा के लिए भेजा गया, परंतु उसका निधन हो गया। उन्होंने बताया कि कैदी को बुखार लगी हुई थी, इसके बाद उन्हें इलाज के लिए ले जाया गया था, लेकिन इलाज के दौरान ही मौत हो गई। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद कैदियों ने जेल के अंदर हो हंगामा किया है। यहां तक सूचना है कि कीचन का सामान तितर बितर कर दिया गया है। वहीं इस घटना को लेकर लोगों के द्वारा जेल के समक्ष प्रदर्शन करने की सूचना है। पुलिस मौके पर पहुंच गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मृत युवक बंदी फतेहपुर थाना क्षेत्र के गंभरी गांव के रहने वाले मुकेश कुमार पिता स्व. धनराज यादव था। जिसे दो महीने पूर्व फतेहपुर थाना में दर्ज कांड संख्या 594/22 में न्यायिक हिरासत में गया सेंट्रल जेल भेजा गया था।
मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद युवक को जेल प्रशासन के द्वारा मगध मेडिकल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना के बारे में सूचना मिलते ही परिजनों मे कोहराम मच गया। मृत युवक के परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन की लापरवाही के कारण मौत हो हुई है। जबकि जेल सुपरिडेंट इसका खंडन किया है।
इस घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्र संख्या 42 जिला परिषद सदस्य सह जन अधिकार पार्टी युवा शक्ति जिला अध्यक्ष प्रेम कुमार अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल पहुंच गए। जिनका भी आरोप है कि जेल प्रशासन की लापरवाही से युवक की मौत हुई है। उन्होंने इस मामले की जांच कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए सरकार से मृतक के परिजन को 20 लाख मुआवजे की मांग की है।