
डिजिटल टीम, डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास). वर्तमान समय के युवाओं को स्वामी विवेकानंद के चरित्र बोध से सीख लेने की आवश्यकता है क्योंकि भारत का भविष्य युवा ही तय करने वाले बनेंगे । यह बातें स्थानीय राधा संता महाविद्यालय परिसर में स्वामी विवेकानंद जयंती समारोह के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के बैनर तले आयोजित सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित केंद्रीय अधिकारी प्रज्ञा प्रवाह प्रमुख रामाशीष सिंह ने यह बातें कहीं ।
उन्होंने आज के युवाओं से नशा मुक्ति के साथ-साथ चरित्र निर्माण करने की अपील भी की । उन्होंने अपने संबोधन में महाकाव्य गीता का भी उल्लेख करते हुए उपस्थित लोगों से कहा कि गीता के उपदेश में भगवान किसने कहा था कि जब जब पाप बढ़ेगा तब तक किसी न किसी महापुरुष या विभूतियों को धरती पर शरीर धारण करके उस पाप को नाश करने के लिए अवतार लेकर आना पड़ेगा ।
विवेकानंद ने बदली संतों की परिभाषा
सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने संतों की परिभाषा को बदलने का कार्य अपने को उदाहरण के तौर पर रखकर किया । स्वामी जी स्वयं अंग्रेजी के बहुत बड़े विद्वान थे लेकिन उतनी ही विद्वता उन्होंने संस्कृत में भी हासिल की थी और इसलिए उन्होंने कहा था कि केवल गेरुआ कपड़ा धारण करने से कोई संत नहीं हो सकता । उसे समाज के साथ रहकर हर सुख एवं दुख का अध्ययन करना होगा और तभी उसे सही मायने में संत कहा जा सकेगा । उन्होंने आगे कहा कि आज के विद्यार्थियों में भी अध्ययन की खूब रुचि होनी चाहिए ताकि वह भी सभी विषयों के ज्ञाता बनकर समाज को प्रेरित करने का कार्य सफलता के रूप में कर सकें । उन्होंने कहा की देश की भावी पीढ़ी को जागकर तथा एक होकर इस देश को बचाने के लिए आगे आने की जरूरत पर बल दिया । रामाशीष सिंह ने भारतीय महाकाव्य का भी उल्लेख किया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय के सचिव एवं समाजसेवी रंजीत सिन्हा थे । विशिष्ट अतिथि के रूप में स्थानीय BDO संजय कुमार, समाजसेवी यशवीर सिन्हा थे । जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अशोक कुमार सिंह ने किया । संचालन का कार्य प्रोफेसर वीरेंद्र मिश्र ने किया । इसके पूर्व कार्यक्रम प्रमुख वैभव कुमार ने आगत अतिथियों का परिचय कराया । धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर गुलाम हैदर ने किया ।
मौके पर भाजपा के जिलाधक्ष सुशील चंद्रवंशी ,जिला प्रवक्ता संजय तिवारी ,रंजना सिन्हा , उत्तर महाविद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य मैकू राम, जंगलेश प्रसाद चोरसिया, बलराम यादव ,शशि भूषण प्रसाद ,प्रोफेसर ए पी सिंह, प्रोफेसर कमलेश्वर सिंह, प्रोफ़ेसर प्रदीप द्ववेदी ,खेल प्रशिक्षक विनोद कुमार सिंह ,प्रखंड अध्यक्ष विनोद कुशवाह, संतोष शुक्रा, रितेश कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे ।