
* जनवरी से दिसंबर तक 64 शुभ मुहूर्त, सात फेरों में बधेगे दूल्हा -दुल्हन
* फरवरी और जून में है कुल 31 शुभ मुहूर्त
संजय कुमार तिवारी
सासाराम (रोहतास) नववर्ष के आगमन के साथ ही शहनाईयों का गूंज 15 जनवरी से सुनाई देने लगी। नया साल शादी विवाह के लिहाज से बहुत खास रहने वाला है। हर इंसान चाहता है कि नया साल उनके जीवन में नई खुशियां लाए, नई उम्मीदें और उन्नति लेकर आए। इस वर्ष शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्यों के लिए कई शुभ मुहूर्त आएंगे। श्रावण के साथ आ रहे अधिक मास और देवशयनी एकादशी से लेकर देवउठनी एकादशी के महीनों को छोड़ दे तो हर महीने शहनाइयां की गूंज सुनाई देगी। नया वर्ष आगमन के साथ ही 15 जनवरी से खरमास की समाप्ति के साथ ही मकर संक्रांति का पर्व भी मनाया जा रहा है। गंगा स्नान दान पुण्य के साथ ही 15 जनवरी के संध्या से ही शादी विवाह का शुभ लग्न फार्म हो जा रहा है। इस वर्ष पंचांग के अनुसार मई-जून में सर्वाधिक वैवाहिक शुभ मुहूर्त बताए जा रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के विद्वान आचार्य मुन्ना बाबा ने बताया कि नए वर्ष पहला वैवाहिक लगन 15 जनवरी को होगा। बसंत पंचमी का पर्व 26 जनवरी को मनाया जा रहा है। इस दिन भी शादी का शुभ मुहूर्त कई शुभकारी योगों में है। 15 मार्च से 14 अप्रैल तक सूर्य के मीन राशि में गोचर होने से पुणे 1 माह के लिए शादी विवाह सहित अन्य सभी शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी।
नए वर्ष में वैवाहिक शुभ मुहूर्त:
वाराणसी पंचांग के अनुसार
जनवरी में 15, 16, 17 ,18 ,22, 25 ,26 ,27, 30 ,31 शुभ मुहूर्त है।
फरवरी ने 1, 6, 7, 8, 9, 10 ,11, 12, 13 ,14 ,15, 16, 17 ,22, 23 ,24 ,27, 28 ।
मार्च में 1,5 ,6,7,8,9, 11,14 ।
जून में 3 ,6, 7, 11 ,12 ,13 ,22, 23 ,25 ,26, 27 ,28 ,29 ।
मुहूर्त बनारसी पंचांग के अनुसार बताए गए हैं इस प्रकार नए साल में शादी विवाह के कुल 64 शुभ मुहूर्त पंचांग के अनुसार बताया जा रहे हैं। वही बीच-बीच में भी बहुत ही कम संख्या में विवाह का मुहूर्त है।
वही मिथिला पंचांग के अनुसार जनवरी माह में 18 ,19 ,22, 23 ,25 ,26 ,27 ,29 ।
फरवरी में 1,6,8, 10, 15, 16, 17, 22, 24,27 ।
मार्च में 1,6,8,9 ,13 ।
मई में 1,3, 7 ,11 ,12, 17 21, 22 ,26, 29, 31 ।
तथा जून में 5, 7 , 8 ,9 ,12, 14, 18 ,22, 23, 25, 28 शुभ मुहूर्त बताए जा रहे हैं। इस प्रकार मिथिला पंचांग के अनुसार कुल 45 वैवाहिक शुभ मुहूर्त बताए जा रहे हैं।
फरवरी और जून में शादियों के सबसे है अधिक मुहूर्त फरवरी में जहां 18 शुभ मुहूर्त है वही जून में मुहूर्त की संख्या 13 बताई जा रही है । इन 2 महीनों में शहनाई की गूंज ज्यादा दिखाई देगी और कुल 31 शुभ मुहूर्त हैं। वही ज्योतिषाचार्य के अनुसार मई में भी शादी विवाह का अखाड़ा शुभ मुहूर्त है इसके अलावा बसंत पंचमी रामनवमी अक्षय तृतीया सहित कई अबूझ मुहूर्त भी होंगे जिसमें शहनाई की गूंज सुनाई देगी। हॉट मार्च को होली सर्वत्र बसंत उत्सव का पर्व है वही अपील में खरमास लगने के कारण मांगलिक कार्य नहीं हो पाएंगे। 29 जून से चतुर्मास शुरू होगा। अधिक मास होने से 5 महीने चतुर्मास रहेगा। इससे देवशयनी एकादशी 29 जून से 23 नवंबर देवोत्थान एकादशी तक शुभ कार्य पर विराम रहेगा। वहीं दिसंबर माह में व्रत और त्योहार कामा होगा जिसमें 30 दिसंबर को गणेश चतुर्थी व्रत बताया जा रहा है।