
सासाराम (रोहतास) स्मार्ट मीटर लगाने से मना किया तो कटेगी बिजली, प्रीपेड मीटर लगाने के लिए ग्राहक की सहमति जरूरी नहीं है। उक्त बातें बिजली कार्यपालक अभियंता प्रवीण कुमार परवीन ने एक मुलाकात में बताई। शहरी उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य जुलाई माह 2023 के अंत तक पूरा कर लेना है, लक्ष्य के अनुसार शहर में 32000 स्मार्ट मीटर लगाने हैं अब तक करीब 12000 घरों में स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है। नए सभी उपभोक्ताओं के यहां भी स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है। आधा से अधिक लक्ष्य है उसे 3 से 4 माह में पूरा करना है। आए दिन शहर के कई इलाकों में उपभोक्ता स्मार्ट मीटर लगाने से परहेज कर रहे हैं, कई इलाके में तो लोग मीटर लगाने वाले को वापस लौटा दे रहे हैं। हालांकि विभाग लगातार प्रचार प्रसार के माध्यम से मीटर लगाने का अनुरोध कर रहा है एवं गलत रीडिंग पर बिल की झंझट से छुटकारा दिलाना चाहता है। उसके बावजूद कुछ उपभोक्ता मीटर लगाने में आनाकानी कर रहे हैं।
विभाग अब सख्ती बरतने की तैयारी में है। सासाराम आपूर्ति अवर प्रमंडल के सहायक विद्युत अभियंता संदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि विभाग की योजना सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाने की है, ताकि बिजली संबंधित समस्याओं को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा उपभोक्ता को उच्च गुणवत्ता का निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराना भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के विद्युत मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी किया है कि बिजली कंपनी स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है एवं पुराने मीटर बदलने के लिए उपभोक्ताओं से सहमति लेने की आवश्यकता नहीं है। हाल के दिनों में रोहतास डीएम धर्मेंद्र कुमार ने बिजली विभाग के वरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। मीटर लगाने के संबंध में मदार दरवाजा के जेईई असरार हुसैन, बेदा में राहुल रंजन व तकिया के जेईई धर्मवीर कुमार ने बताया कि वरीय पदाधिकारियों के साथ साथ अब नगर थाना के पुलिस पदाधिकारी भी शामिल रहेंगे। आज मंगलवार को मोहल्ला मोची टोला में प्रीपेड मीटर लगाने का कार्य नगर थाना पुलिस प्रशासन एवं बिजली विभाग के संयुक्त गठित टीम द्वारा प्रीपेड मीटर लगाने का कार्य प्रारंभ किया गया है। जिन लोगों ने प्रीपेड मीटर लगाने से मना किया अब उसी समय उनका विद्युत संबंध विच्छेद कर दिया जा रहा है।पुनः लाइन जुड़वाने के लिए उपभोक्ताओं को कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ सकता है एवं आरसी का रसीद कटाने एवं प्रीपेड मीटर लगने के बाद ही विद्युत संबंध जोड़ने का प्रावधान है।