
डेहरी आन सोन (रोहतास) इंद्रपुरी जलाशय योजना के निर्माण कराने की मांग को ले लोहिया विचार मंच ने राम मनोहर लोहिया के जन्म दिन व शहीदे आजम भगत सिंह के शहदत दिवस पर गुरुवार से जन जागरण अभियान चला राज्य सरकार के नकामी को जनता के बीच नुक्कड़ सभा के माध्यम से बताने का काम करेगा । मंच के संयोजक संजय कुमार सिंह ने कर्पूरी चौक से जनजागरण अभियान की शुरुआत की ।उन्होंने कहा कि सोन नहर प्रणाली के उद्गमस्थल से इस जनजागरण अभियान का शुभारंभ किया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि कदवन जलाशय परियोजना का नाम परिवर्तन कर इंद्रपुरी जलाश्य कर दिया गया है । लेकिन इसके निर्माण को सार्थक प्रयास नही किया जा रहा है ।केंद्र के दबाव पर राज्य सरकार ने उसका प्री डीपीआर तैयार कर केंद्रीय जल आयोग को भेज दिया । राज्य सरकार कह रही है कि झारखण्ड ने पेच डाल दिया है ।आयोग की बैठक में झारखण्ड सरकार नही जा रही है ।वही झारखण्ड सरकार कह रही है कि प्रीडीपीआर बनाते समय उनसे विचार नही किया गया ।इस अंतर्राज्यीय जलाशय का निर्माण बिहार ,झारखण्ड व यूपी की सीमा में होना है ।डीपीआर बनाते समय तीनो राज्यो से सलाह होना चाहिए था ।लेकिन नही किया गया ।इससे राज्य सरकार की किसान विरोधी नीति स्पष्ट है ।उन्होंने कहा कि समाजवादी नेता राम अवधेश सिंह ने अपने सांसद काल के अथक प्रयास के बाद उस समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी ने सन 1986 में मंजूरी दी थी ।कई मुख्यमंत्री मंत्री आये लेकिन किसी ने उक्त योजना को ले गम्भीरता नहीं दिखाई ।सिर्फ वोट बैंक के रूप में इसका इस्तेमाल हुआ ।कांग्रेस के एक मुख्यमंत्री ने 1989 में पलामू के कदवन में इसका शिलान्यास भी कर दिया । उन्होंने कहा कि इस खमियाजा पुराने शाहाबाद, पटना,मगध के किसानों को भुगतना पड़ रहा है ।
उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार की नियत ठीक होता तो कदवन जलाशय से किसानो को आज 9 हजार क्यूसेक पानी की जगह 27 हजार क्यूसेक पानी सोन नहर को मिलने लगता । जिसके बाद सुखाड़ व अकाल जनता मुक्त हो जाती ।
उन्होंने कहा कि मंच का यह जन जागरण रथ पांच अप्रैल तक पटना,मगध तथा शहाबाद क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों इस जलाशय के निर्माण को ले जागरूक करने का काम करेगा ।