
सरकारी स्कूल के शिक्षक सूर्यकांत सिन्हा के पुत्र एवं आवासीय सनबीम पब्लिक स्कूल, डेहरी के छात्र श्रेयस बी. चंद्रा ने प्रतिष्ठित यंग साइंटिस्ट इंडिया (वाई एस आई) कार्यक्रम (नेशनल लेबल) में ग्रैंड फाइनलिस्ट बनकर अपने राज्य बिहार को गौरवान्वित किया है। 2013 में स्पेस किड्स इंडिया द्वारा निर्मित, वाई एस आई कार्यक्रम का उद्देश्य हाई स्कूल के छात्रों को उनकी रचनात्मकता का पता लगाने और नवीन विचारों को प्रदर्शित करने के लिए प्रोत्साहित करना है, जिसका लक्ष्य बेहतर विज्ञान जागरूकता और प्रेरक वैज्ञानिक करियर बनाना है। भारत भर से 3000+ छात्रों में से, श्रेयस को चरण 2 के लिए 108 छात्रों में से एक के रूप में चुना गया था और अंततः 3 और 4 मई को चेन्नई में आयोजित फाइनल में शीर्ष 16 ग्रैंड फाइनलिस्ट में अपनी जगह बनाई। श्रेयस को फाइनलिस्ट की उपाधि से सम्मानित किया गया और उनके उत्कृष्ट नवाचार के लिए दो कंपनियों से मेंटरशिप के अवसरों की पेशकश की गई। एक उपकरण जो किसी बिल्डिंग के डिस्ट्रीब्यूशन बॉक्स के वोल्टेज पर नजर रखता है। और वोल्टेज या तापमान बहुत अधिक होने पर उपयोगकर्ताओं को अलर्ट करता है, संभावित रूप से आग और अन्य आपदाओं को रोकता है। डिवाइस स्वचालित रूप से सभी बिजली बंद कर देता है और उपयोगकर्ता के स्मार्टफोन पर एक टेक्स्ट संदेश भेजता है, आसान निगरानी के लिए रियल-टाइम डेटा और चार्ट प्रदान करता है। श्रेयस अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता तथा अपने विद्यालय सनबीम पब्लिक स्कूल, डेहरी के शिक्षकों के सहयोग और विश्वास को देते हैं और उनके पति आभार व्यक्त करते हैं। वाई एस आई कार्यक्रम भारत में युवाओं के लिए एक प्रतिष्ठित विज्ञान चुनौती है और वैज्ञानिकों और अन्वेषकों की अगली पीढ़ी को प्रेरित करने का एक मंच बन गया है।