
* राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 649 मामलों का हुआ निबटारा, विभिन्न बैंको के 38239114 रूपए के ऋणों का किया गया सेटलमेंट
सासाराम (रोहतास) राष्ट्रीय लोक अदालत सुलभ एवं त्वरित न्याय द्वार है जिसके माध्यम से न्यायालयों में लंबित सुलहनीय मामलों का त्वरित निष्पादन तो होता ही है साथ ही साथ समाज में भी भाईचारे एवं शांति का माहौल कायम होता है। उक्त बातें शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्घाटन समारोह के मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार श्री अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कही। वही रोहतास जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार ने राष्ट्रीय लोक अदालत में पक्षकारों के बीच लंबित मुकदमों को समाप्त करने का सबसे सुलभ द्वार बताया। मौके पर अन्य लोगों में एडीजे प्रथम मनोज कुमार, एडीजे सत्रह पुनीत कुमार गर्ग रोहतास बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मुक्ति नारायण तिवारी सहित अन्य वक्ताओं ने भी लोक अदालत की विशेषताओं से लोगों को रूबरू कराया ।सुबह 10:30 बजे से आयोजित उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला जज अरुण कुमार श्रीवास्तव, एडीजे प्रथम मनोज कुमार, ए डी जे 17 पुनीत कुमार गर्ग, रोहतास जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार, रोहतास बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मुक्ति नारायण तिवारी एवं प्राधिकार के सचिव छेदी राम ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम का मंच संचालन मनोज पांडेय ने किया।
इस मौके पर सभी न्यायिक पदाधिकारी एवं अधिवक्ता व पक्षकार मौजूद थे। राष्ट्रीय लोक अदालत के मद्देनजर फरियादीयों के सुविधा हेतु सुरक्षा, चिकित्सा एवं अन्य बुनियादी आवश्यकताओं का माकूल प्रबंध किया गया था। राष्ट्रीय लोक अदालत में बारह बेंचो के माध्यम से सासाराम में कुल 649 मामलों का निबटारा किया गया। सबसे ज्यादा बैंको के 38239114 रूपए के त्रृणों का सेटलमेंट किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत हेतु गठित 12 बेंचो में निष्पादित मामलों की सूची
बेंच संख्या — 1 में वैवाहिक वाद एवं दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के कोचस, करगहर एवं नोखा प्रखंड के मामलों हेतु एडीजे 17 पुनीत कुमार गर्ग एवं अधिवक्ता रविंद्र कुमार ने निबटाये 198 मामले
बेंच संख्या — 2 में दावा वाद हेतु अपर जिला जज प्रथम मनोज कुमार एवं अधिवक्ता अजय कुमार ने निबटाये 20 मामले
बेंच संख्या — 3 में पंजाब नेशनल बैंक के सभी ब्रांच हेतु एडीजे सुधाकर पांडेय एवं अधिवक्ता बृजनंदन पांडेय ने निबटाये 90 मामले
बेंच संख्या — 4 में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सभी शाखा हेतु एडीजे रामजी यादव एवं अधिवक्ता गोपाल ठाकुर ने निबटाये 55 मामले
बेंच संख्या — 5 में दक्षिण बिहार बैंक के सासाराम चेनारी एवं शिवसागर प्रखंड के सभी शाखा हेतु एडीजे आलोक कुमार पांडेय एवं अधिवक्ता जनार्दन प्रसाद ने निबटाये 72 मामले
बेंच संख्या — 6 में सभी सुलहनीय फौजदारी मामलों सीजेएम, एसीजेएम कोर्ट, माप तौल, एन आई एक्ट एवं श्रमिक वाद हेतु सब जज प्रथम राघवेन्द्र नारायण सिंह एवं अधिवक्ता कन्हैया राम ने निबटाये 13 मामले
बेंच संख्या — 7 में एसीजेएम एवं मजिस्ट्रेट कोर्ट के सुलहनीय फौजदारी मामले एवं वन मामले हेतु एसीजेएम उमेश राय एवं अधिवक्ता मीरा कुमारी ने निबटाये 08 मामले
बेंच संख्या — 8 में अपने कोर्ट के सभी सुलहनीय फौजदारी मामलों हेतु एसीजेएम विपिन लावनियाँ एवं अधिवक्ता रोशनी कुमारी गुप्ता ने निबटाये 09 मामले
बेंच संख्या — 9 में अपने कोर्ट, सब जज चार एवं मजिस्ट्रेट कोर्ट के सभी सुलहनीय मामले एवं टेलीफोन मामलों हेतु एसीजेएम 5 रामचंद्र प्रसाद एवं अधिवक्ता मोहम्मद इकबाल हुसैन ने निबटाये 56 मामले
बेंच संख्या — 10 में मजिस्ट्रेट कोर्ट के सभी सुलहनीय फौजदारी मामले एवं अन्य सभी बैंकों के मामले हेतु मुंसिफ सुरभि श्रीवास्तव एवं अधिवक्ता नीतू कुमारी ने निबटाये 109 मामले
बेंच संख्या — 11 में एसडीजेएम कोर्ट के सभी सुलहनीय फौजदारी मामलो एवं अन्य बैंकों के मामलों हेतु एसडीजेएम विद्यानंद सागर एवं अधिवक्ता जनक राज किशोरी ने निबटाये 14 मामले
बेंच संख्या –12 में पब्लिक यूटिलिटी से संबंधित सभी मामलों हेतु प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट निवेदिता कुमारी एवं अधिवक्ता राधिका शर्मा ने निबटाये 05 मामले