अविनाश कुमार, सासाराम. योग निरोग बनाता है। आज हम आपको एक ऐसे योग साधक से मिलाते हैं, जो बिना किसी गुरु के एकलव्य की तरह योग की साधना कर एक मुकाम बनाया है। हम बात करते हैं सासाराम के नवल किशोर की। नवल किशोर अपने मेहनत के बल पर योग विद्या में मिसाल कायम किया है। पिछले 8 सालों से लगातार कठिन परिश्रम कर नवल किशोर योग के साधक बन गए हैं। सासाराम के न्यू स्टेडियम फजलगंज में आपको सुबह या शाम बिना किसी गुरु के योग साधना में तल्लीन नवल किशोर कई तरह के दुर्लभ योगासन कर के सबको मंत्रमुग्ध कर देते हैं। आज स्थिति यह हो गई है कि देश के अलग-अलग भागों में योग पर होने वाले शिविरों में नवल किशोर को आमंत्रित किया जाता है। इनके योग साधना बताती है कि यह कितने विलक्षण प्रतिभा के धनी है।
योगासन विद्या के लगभग तमाम कठिन आसन ये बड़े इत्मीनान से करते हैं। मयूरासन से लेकर भुजंगासन तक शीर्षासन से लेकर तमाम तरह के आसनों का बेहतरीन प्रस्तुति के साथ सारीरिक सामंजस्य स्थापित कर दर्शकों को प्रभावित कर देते हैं। आज नवल किशोर रोहतास जिला में पहचान का मोहताज नहीं है। लोग अपने बच्चों को योग विद्या सीखने के लिए नवल किशोर के पास भेजते हैं। जिसे नवल बखूबी सिखाता भी हैं। नवल किशोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हैं कि उनके प्रयास से पूरा विश्व 21 जून को योग मय हो गया है।