
सासाराम।इन दिनों भोजपुरी को लेकर कहा जा रहा है कि इसकी मिठास को अश्लीलता धीरे धीरे खत्म करते जा रही है। लगातार भोजपुरी गीतों में अश्लीलता के साथ साथ क्षेत्रवाद और जातिवाद का जहर गीतकारों और गायकों के द्वारा भरा जा रहा है उक्त बातें भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के अभिनेता एवं गायक सर्वजीत सिंह ने कहा। उन्होंने और कहा कि आज के भोजपुरी जगत में जो स्थिति बनी हुई है उस पर मेरा कहना है, ये लोग वापस में बोल रहे है कि मुझसे भोजपुरी दुनियाँ चल रहा है तो मैं कह रहा हूँ कि क्या आपलोग भोजपुरी के सेक्सपीयर भिखारी ठाकुर महेंद्र मिश्र, हनुमान पाठा, गायत्री ठाकुर, शारदा सिन्हा, भरत शर्मा, मनोज तिवारी, जी ये सभी लोग भोजपुरी के लिए कुछ नहीं किये है, आप लोग को शर्म लगना चाहिए कि आप लोग भोजपुरी को कहाँ लेकर चले गये, कभी कभी शोषल मीडिया पर देखने के बाद ऐसा लगता हैं कि जो दिन भर मजदूरी करके अपने परिवार का खर्चा चला रहा है वो ज्यादा इज्जतदार है, आए दिन देखने को मिलता है की एक तरफ के पार्टी या चमचा दूसरे पार्टी को गंदा गंदा गाली दे रहा है, क्या यही मेरा भोजपुरी विकाश कर रहा है ये कहीं से किसी भी दृष्टि कोण से सही नहीं है, आप लोग को ये सोचना चाहिए कि हमारे कुछ सीनियर सिटीजन भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में दर्ज कराने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन आप लोग इतना गंध फैला दिए है की भोजपुरी दूसरों तीसरा स्थान मिलेगा की नहीं, मैं कहना चाहूंगा कि आज से बीस पचीस वर्ष पहले गीत संगीत में कितना मान समान और प्रतिष्ठा था, गीत गायकी में ठहराव था भोजपुरी श्रोता सुनवईया गीत को समझते थे और समय भी देते थे, आज का स्थिति है की आप चाहे एक लाख का प्रोग्राम करवाइये या दस लाख का आज का जो गीत गायकी है उससे न आप संतुष्ट होइयेगा न पब्लिक, पहले तो आज के गायक गायिका, लोग पुरा गीत नही गायेगा और बनेगा बड़का गायक, जैसे लगेगा कि कोई गीत याद ही नहीं है,आज के भोजपुरी मंच पर देखने को मिल रहा है कि एक गायक दूसरों गायक को जलील कर रहा है, इज्जत उतार रहा है, चाहे गायक हो चाहे गायिका हो, ईन लोगों को सोचना चाहिए कि जो न्यू जनरेशन बचे बचियाँ है उन पर क्या प्रभाव पड़ेगा, ईन लोगों को बालीवुड वाले को देख कर के सीखना चाहिए, क्या अमिताभ बच्चन जी धर्मेंद्र जी को बोलते हैं, क्या शाहरुख खान सलमान खान को ऐसे बोलते हैं, अभी भी वक़्त है आप लोग सुधर जाइये।