
रोहतास पुलिस कानून से ऊपर हैं। यह हम नही, यह उनकी कार्यशैली कहती है। वह सिर्फ दूसरों से कानून पालन करवाती है, लेकिन खुद जब कानून का पालन करने की बारी आती है तो उसे ठेंगा दिखाने में देर नहीं करती है। ताजा मामला रोहतास जिला के डेहरी थाना इलाके का है। जहां बुधवार की शाम बकरीद को लेकर फ्लैग मार्च निकाला गया। जिसमें बाइक सवार जवानों ने पूरे नगर का भ्रमण किया है। लेकिन गंभीर बात यह है कि इस दौरान इक्के दुक्के जवानों के सिर पर ही हेलमेट दिखाई दिया। ज्यादातर बाइक सवार पुलिसकर्मी बिना हेलमेट के सायरण बजाते हुए कानून का पालन करवाते देखे गए, जबकि उन्हें एहसास भी नहीं हो रहा है था कि वे खुद कानून की धज्जियां हो रहे है। गंभीर बात यह है कि इस दौरान डिहरी के एसडीओ अनिल कुमार सिन्हा, मुख्यालय डीएसपी सरोज साह, डिहरी के थानाध्यक्ष सह प्रोबेशनर डीएसपी आदिल बिलाल भी मौजूद रहे। लेकिन किसी की नजर बाइक सवार पुलिसकर्मियों के हेलमेट तक नहीं गई। दु:खद बात यह है कि अगर बिना हेलमेट का कोई आम शहरी सड़क पर निकल जाता है, तो यही पुलिसकर्मी खदेड़ खदेड़ कर पकड़ती हैं तथा भारी जुर्माना लगती हैं। कभी-कभी तो बाइक भी जप्त कर लेते हैं। लेकिन जब अपनी बारी आती है तो खुलेआम कानून को ठेंगा दिखाते देर नहीं लगती। जिसके सिर पर कानून को पालन कराने की जवाबदेही है, जब बाइक चलाते समय उनके सिर पर ही हेलमेट ना हो तो सवाल खड़ा होना लाजमी है। उधर एसडीओ अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि फ्लैग मार्च का उद्देश्य आम शहरी के बीच शांति का संदेश देना है।