मनीष कुमार शरण, डेहरी-ऑन-सोन
डेहरी क्षेत्रफल के दृष्टि से 11 वॉ और जनसंख्या के दृष्टि से 18 वॉ सबसे बड़ा शहर है। डेहरी आज भी बिहार के 22 जिला मुख्यालयों से बड़ा शहर है एवं एकलौता शहर है जिसका जनसंख्या लगभग 3.5 लाख है और जिला मुख्यालय नहीं है। डेहरी को जिला बनाने की माँग 1972 से ही हो रही है,जबकि डेहरी से छोटे छोटे जगहों को कई वर्षो पहले ही जिला का दर्जा दिया जा चूका है। डेहरी जिला मुख्यालय बनने के सभी मापदंडो को पूरा करता है। जबकि डेहरी मे पहले से ही अनेक जिला और प्रमंडल स्तरीय कार्यालय मौजूद है जैसे की डीआईजी कार्यालय, पुलिस अधीक्षक, बीएमपी-2, श्रम विभाग, सिचाई विभाग, महिला थाना, हरिजन थाना,साइबर थाना,रजिस्ट्री कार्यालय,पथ निर्माण विभाग एवं अन्य महत्वपूर्ण कार्यालय अवस्थित है। डेहरी पहले से ही विकसित शहर रहा है, डेहरी को जिला मुख्यालय बनाने मे ज्यादा संसाधन की आवश्यकता भी नहीं है। जिला डेहरी के अंतर्गत 8 प्रखंडो को चयनित किया जा सकता है जो की एक दूसरे से सामाजिक और ब्यापारीक रूप से जुड़े हुए है। जिसमे नौहट्टा, रोहतास, तिलौथू, डेहरी,अकोढ़ीगोला,राजपुर, नासरीगंज और काराकाट प्रखंडो को शामिल किया गया है। उपरोक्त सभी प्रखंडो की कुल जनसंख्या आज 15 लाख से भी ज्यादा है। डेहरी रेल,रोड एवं अन्य साधनों से पहुंचना बहुत आसान हो जायेगा और सभी आठो प्रखंडो का केंद्र भी डेहरी ही है जिससे आम जनता को काफ़ी सहूलियत होंगी। रोहतास बिहार का चौथा सबसे बड़ा जिला होगा।
डेहरी अनुमंडल के अंतर्गत झारखंडी मंदिर, नौलखा मंदिर, इकोपार्क, इंद्रपुरी बराज, धूप घड़ी, कशिश वाटरफॉल, तुतला भवानी धाम, चौरासन मंदिर, महादेव खोह और रोहतासगढ़ किला पर्यटन मे एक अलग ही पहचान बना सकता है। यहाँ के पहाड़ो पर प्रचूर मात्रा मे गंधक, क्रॉमियम और निकेल भी उपलब्ध है। डेहरी से आज भी अरबो का राजस्व बालू से बिहार सरकार को जाता है। अगर यहाँ का गिट्टी उद्योग और कोयला उद्योग को फिर से चालू कर दिया जाये तो हज़ारो लोगों को रोज़गार भी प्राप्त होगा। यह पहले से ही एक औद्योगिक नगरी के नाम से जाना जाता है।